बीएल वर्मा को राज्यसभा का टिकट देकर रुहेलखंड मंडल में भाजपा ने की लोधी वोट बैंक को सहेजने की कोशिश
यूपी कंस्ट्रक्शन एवं डेवलपमेंट कारपोरेशन की जिम्मेदारी संभाल रहे बीएल वर्मा को राज्यसभा का टिकट देकर भाजपा ने दीपावली का तोहफा दिया है। पार्टी ने इन्हें राज्यसभा भेजने का फैसला लेकर रुहेलखंड के साथ आगरा मंडल में लोधी वोट बैंक को सहेजने की कोशिश की है।
बरेली जेएनएन : यूपी कंस्ट्रक्शन एवं डेवलपमेंट कारपोरेशन की जिम्मेदारी संभाल रहे बदायूं के बीएल वर्मा को राज्यसभा का टिकट देकर भाजपा ने दीपावली का तोहफा दिया है। पार्टी ने इन्हें राज्यसभा भेजने का फैसला लेकर रुहेलखंड के साथ आगरा मंडल में जहां लोधी वोट बैंक को सहेजने की कोशिश की है, वहीं इनका कद बढ़ाकर जिले के नेताओं को बड़ा संदेश भी दे दिया है। लोधी समाज के बड़े नेता पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण ङ्क्षसह के प्रति वफादारी का इन्हें तोहफा मिला है।
कस्बा उझानी निवासी बनवारी लाल वर्मा अब बीएल वर्मा के नाम से जाने जाते हैं। वह मूलरूप से उझानी ब्लाक के ज्योरा पारवाला गांव के रहने वाले हैं। इन्होंने राजनीतिक सफर की शुरुआत तो 1980 में संघ के खंड कार्यवाह व तहसील प्रमुख के रूप में की थी। 1984 में भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला महामंत्री, 1997 में भाजयुमो के प्रदेश मंत्री रहे। 2003 से 2007 तक दो बार भाजपा के प्रदेश मंत्री की भी जिम्मेदारी संभाली। 2011 में कल्याण ङ्क्षसह ने जब भाजपा छोड़कर जन क्रांति पार्टी बनाई थी तब इन्हें प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी मिली थी। कल्याण ङ्क्षसह के साथ ही भाजपा में वापसी करने के बाद इन्हें ब्रज क्षेत्र का अध्यक्ष बनाया गया था। इसके बाद पार्टी के सत्ता में आने पर यूपी सिडको का चेयरमैन बनाया गया था। जिले की राजनीति में इनका दखल पहले से रहा है। अब पार्टी ने इन्हें राज्यसभा का टिकट देकर इनका राजनीतिक कद बढ़ा दिया है। विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव के बाद जिले में सत्ताधारी पार्टी की राजनीति इन्हीं के ईर्द-गिर्द घूमती रही है। ब्रज प्रांत के क्षेत्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं, इसलिए आगरा मंडल में भी इनकी पकड़ अब और मजबूत हो जाएगी, जिसका लाभ पार्टी को मिल सकता है। भाजपा के सभी विधायक इनको साथ लेकर चलने की कोशिश करते हैं, लखनऊ तक इन्हीं के साथ विधायक अपने क्षेत्र में विकास कार्यों की पैरवी करते रहे हैं। अब सत्ता में इनकी पकड़ और मजबूत हो जाएगी।