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बरेली में दौड़ रही बाइक का नोएडा में कटा चालान Bareilly News

छह सितंबर को घर डाक से एक चालान आया। जिस पर लिखा था कि नोएडा में बाइक चलाते वक्त आप हेलमेट नहीं लगाए थे इसलिए आपका चालान 15 दिसम्बर18 को किया गया जिसे जमा करें।

By Abhishek PandeyEdited By: Published: Sun, 15 Sep 2019 06:16 PM (IST)Updated: Sun, 15 Sep 2019 06:16 PM (IST)
बरेली में दौड़ रही बाइक का नोएडा में कटा चालान Bareilly News
बरेली में दौड़ रही बाइक का नोएडा में कटा चालान Bareilly News

केके सक्सेना, बरेली:
रामभरोसे...खुद को हाईटेक कहने वाली ट्रैफिक पुलिस की यह सच्ची कहानी इस शब्द पर जाकर टिक गई। इस कहानी में सबकुछ रामभरोसे है... कहानी का मुख्य पात्र, उसके इर्द गिर्द की व्यवस्था और उसका पालन कराने वाले भी। उस मुख्य पात्र को फिर भी न्याय चाहिए, मगर कैसे..सवाल पर सब निशब्द हैं।

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रामभरोसे-1 : कभी नियम नहीं तोड़ा, चालान कर दिया

यह असली रामभरोसे हैं ...उनका नाम है यह। फरीदपुर के खरदाह गांव में रहते हैं। बरेली के एक निजी अस्पताल में नौकरी करते हैं। सुबह आठ बजे ही बाइक सीधे अस्पताल की दौड़ पड़ती है और रात होते ही घर की ओर। सालों गुजर गए, कहीं घूमने नहीं गए। घर से अस्पताल और अस्पताल से घर, किसी दूसरे शहर की सड़कें देखने का मौका ही नहीं मिला।

राम‘भरोसे’-2: जुर्माना भरो या सफाई दो, जाना नोएडा पड़ेगा

तीसरा राम‘भरोसे’ शब्द असल रामभरोसे के लिए है, जोकि माथा पकड़े बैठे हैं। छह सितंबर को उनके घर डाक से एक चालान आया। जिस पर लिखा था कि नोएडा में बाइक चलाते वक्त आप हेलमेट नहीं लगाए थे इसलिए आपका चालान 15 दिसंबर 2018 को किया गया जिसे जमा करें। अब रामभरोसे मुश्किल में हैं कि क्या करें। वह तो कभी नोएडा गए ही नहीं फिर चालान कैसे हो गया। शनिवार दोपहर को वह एसपी यातायात सुभाष चंद्र गंगवार के दफ्तर पहुंचे। व्यथा सुनाई मगर उन्होंने कह दिया कि चालान नोएडा में हुआ है इसलिए वहीं जाकर संपर्क करें। अब रामभरोसे तो वास्तव में भगवान भरोसे रह गए ...बरेली में रहते हुए उनका चालान नोएडा में कट गया, अब छुड़ाने कैसे जाएं।

राम‘भरोसे’-3 : बरेली में दौड़ी बाइक, चालान नोएडा में

इस यह राम‘भरोसे’ थोड़ा अंतर है। नाम नहीं है यह ... यह यातायात व्यवस्था है जोकि भगवान भरोसे चल रही। इसमें न तफ्तीश है और न छानबीन। 15 दिसंबर 2018 का वाकया इस दावे का साबित करता नजर आ रहा। उस दिन एक नोएडा में एक बाइक सवार का चालान किया गया। बाइक की नंबर प्लेट देखकर वहां की ट्रैफिक पुलिस ने चालान कर दिया। न नाम पूछा और न पता न कोई छानबीन ...बाइक सवार को जाने दिया। नंबर का डिटेल निकालने के लिए अपनी हाईटेक व्यवस्था का इस्तेमाल किया और उससे जो नाम-पता निकला उस पर चालान भेज दिया। लिख दिया, हेलमेट नहीं लगाने पर चालान किया गया है इसलिए जुर्माना भरें।

फर्जी नंबर प्लेट का इस्तेमाल

रामभरोसे की बाइक का जो नंबर है, उसके आधार पर चालान किया गया। उनका कहना है कि नोएडा में किसी ने उनकी बाइक की फर्जी नंबर प्लेट बनाकर अपनी बाइक पर लगा ली है। इसी वजह से वह चालान कराकर चलता बना। उसे पता था कि फर्जी नंबर प्लेट पर चालान हुआ है, यानी जुर्माना तो असल नंबर मालिक को ही देना होगा।

युवक को नोएडा पुलिस से शिकायत करनी चाहिए। वहां पुलिस जांच करके बाइक चालक का पकडे़गी। तभी उसकी सच्चाई पता चल पाएगी। - सुभाष चंद्र गगंवार, एसपी ट्रैफिक 


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