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.. तो ठिकाने लग गया बेनामी गेहूं

तहसील में किसानों को राहत देने के लिए खोले गए गेहूं क्रय केंद्र पर बिचौलिओं की पकड़ मजबूत दिख रही है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 26 Apr 2018 02:53 AM (IST)Updated: Thu, 26 Apr 2018 03:15 AM (IST)
.. तो ठिकाने लग गया बेनामी गेहूं
.. तो ठिकाने लग गया बेनामी गेहूं

संवाद सहयोगी बहेड़ी (बरेली) : तहसील में किसानों को राहत देने के लिए खोले गए गेहूं क्रय केंद्र पर बिचौलिओं की पकड़ मजबूत दिख रही है। इसकी बानगी बुधवार को मंडीयार्ड स्थित क्रय केंद्रों की पड़ताल में देखने को मिली। बीते सोमवार को एसडीएम द्वारा की गई छापेमारी में कई टन बेनामी गेहूं पकड़ में आया था जिसने क्रय केंद्रों पर बिचौलिओं व जिम्मेदारों की मिलीभगत को उजागर कर दिया था। एसडीएम के सामने जिस गेहूं को पहचानने वाला नसीब नहीं था वही गेहूं रातों-रात कहां गायब हो गया किसी को नहीं मालूम। एसडीएम से इस बाबत पूछने पर उन्होंने उसे क्रय केंद्र द्वारा उठवाए जाने की बात कही, लेकिन मंडी स्थित सभी केंद्र प्रभारियों ने एक बार फिर गेहूं के बारे में अनभिज्ञता जता दी।

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उल्लेखनीय है कि बीते सोमवार को एसडीएम एमपी ¨सह के मंडीयार्ड स्थित गेहूं क्रय केद्रों का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान एफसीआई के क्रय केंद्र के सामने पड़े गेहूं का न तो मंडी गेट रसीद में ही कोई रिकार्ड मिला और न ही क्रय केंद्र रजिस्टर में। बाद में एक अन्य क्रय केंद्र पर कई सौ बोरी में भरा बेनामी गेहूं भी पाया गया जिसके बारे में भी पूछने पर भी कोई दावेदार सामने नहीं आया था। क्रय केंद्र प्रभारियों द्वारा भी उक्त गेहूं के बारे में अनभिज्ञता जता दी गयी थी। एसडीएम ने उक्त सारे प्रकरण की रिपोर्ट डीएम को भेज दी थी।

एसडीएम बोले एसएफसी का था गेहूं

मामले में एसडीएम ने बताया कि उक्त गेहूं एसएफसी एजेंसी का था। यह भी बताया कि वह एक बसपा नेता के भाई का था, बाद में उन्होंने उसे अपना स्वीकार कर लिया था। ये पूछने पर कि क्रय केंद्र प्रभारी ने उन्हें इस बाबत क्यों जानकारी नहीं दी। इस पर वे मौन हो गए। बोले कि सारी रिपोर्ट बनाकर डीएम को भेज दी है।

बिचौलिओं का था गेहूं

उधर क्रय केंद्रों पर ही मौजूद सूत्रों ने बताया कि उक्त गेहूं बिचौलिओं का था और केंद्र पर तुलवाया गया था। इसके कागजों का इंतजाम किया जाना था पर उससे पहले ही एसडीएम की नजर उस पर पड़ गई। जिसके बाद उसे बेनामी बता कर क्रय केंद्र प्रभारियों ने अपनी जान बचाने में ही भलाई समझी। यह भी बताया जा रहा है कि जिम्मेदारों को उक्त बिचौलियों द्वारा विश्वास में लेकर गेहूं को रातोंरात उठवा दिया गया।

किसान के गेहूं में गर्द बताने पर हंगामा

क्रय केंद्र पर गेहूं तुलवाने आए किसान ने उस वक्त हंगामा काटना शुरू कर दिया जब उसे क्रय केंद्र कर्मचारियों ने बताया कि उसके गेहूं में गर्द ज्यादा है। किसान कहना है कि तीन दिन में जब उसका नंबर आया तो उसे बेवजह परेशान किया जा रहा है। उसने दावा किया कि पूर्व में क्रय केंद्र पर खरीदे गए गेहूं से उसके गेहूं का मिलान करके देख लिया जाये तो स्वयं ही पता चल जायेगा कि उसके गेहूं पर क्यों आपत्ति की जा रही है।


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