खुद करें पहल: डर से नहीं, अपनी सुरक्षा के लिए पहनें हेलमेट
छात्राएं यह संकल्प लें कि स्कूटी में चाभी लगाने से पहले हेलमेट पहनेंगी।
जागरण संवाददाता, बरेली : छात्राएं यह संकल्प लें कि स्कूटी में चाभी लगाने से पहले हेलमेट पहनेंगी। तीन सवारी बिठाकर कतई नहीं चलेंगी। ऐसा वे किसी डर से नहीं बल्कि अपनी सुरक्षा के लिए करें। क्योंकि सड़क दुर्घटना में अधिकांश मौतें हेलमेट न पहनने और तीन सवारी बैठने के कारण होती हैं। सीओ सिटी कुलदीप कुमार ने वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी राजकीय महिला महाविद्यालय में दैनिक जागरण के यातायात जागरूकता कार्यक्रम में छात्राओं को यह संदेश-संकल्प दिलाया। उन्होंने दिल्ली में ट्रैफिक नियमों के पालन का हवाला देकर समझाया कि दिल्ली में एंट्री से पहले ही हम नियमों का पालन करने लगते हैं। जबकि अपने शहरों में हम रेडलाइट सिग्नल तोड़ने को शान समझते हैं। ऐसा हरगिज न करें। पुलिस आपकी मदद के लिए, नियम आपकी सहूलियत और सुरक्षा के लिए हैं। इनका पालन करें।
शनिवार को सीओ सिटी ने छात्राओं से पूछा कि क्या वे हेलमेट लगाकर स्कूटी चलाती हैं। उन्होंने छात्राओं को युवाओं की जरूरत-अहमियत समझाते हुए कहा कि वे खुद नियमों का पालन करें और परिवार-दोस्तों को समझाएं। सड़क दुर्घटना की मौतें परिवार को तोड़ देती हैं। अगर हर व्यक्ति ट्रैफिक नियमों का पालन करेगा, तो निश्चित रूप से हादसे में मौत का ग्राफ नीचे आएगा। संचालन डॉ. फौजिया खान ने किया। इस दौरान प्राचार्य, डॉ. संध्या सक्सेना, डॉ. संजय बरनवाल, डॉ. इतवारी लाल, डॉ. अनीता त्यागी, डॉ. हेमलता, डॉ. सचिन गिहार, डॉ. रंजू राठौर, डॉ. अनुभूति, डॉ. प्रवीण कुमार, डॉ. रविंद्र कुमार, डॉ. पंकज अग्रवाल, डॉ. हिमशिखा यादव, डॉ. नेहा गुप्ता, डॉ. प्रद्युम्न कुमार, प्रीति गोयल, डॉ. ममता अंबुजाननी, डॉ. भूपेंद्र कुमार आदि मौजूद रहे।
मुश्किलें बढ़ रहीं, घटते समाधान
-ट्रैफिक की समस्या बताते हुए सीओ सिटी ने कहा कि वाहनों की संख्या बढ़ने के साथ ट्रैफिक को लेकर लगातार चुनौती पैदा हो रही हैं। ऐसा ट्रैफिक नियमों की समझ न होने से भी है। जिस दिन यातायात नियमों के प्रति नागरिक जिम्मेदार बन जाएंगे, उस दिन पुलिस को सड़क पर किसी का चालान काटने की जरूरत नहीं पड़ेगी।