बरेली में मजार से मलबा हटाए बिना वापस लौटा बीडीए का बुलडोजर
बरेली विकास प्राधिकरण की रामगंगा नगर आवासीय परियोजना के लिए अधिग्रहीत भूमि पर गुरुवार को एक मजार और एक मंदिर का गेट तोड़ा गया था। शनिवार को बीडीए उपाध्यक्ष और दरगाह आला हजरत प्रतिनिधिमंडल के बीच वार्ता हुई।
बरेली, जेएनएन। बरेली विकास प्राधिकरण की रामगंगा नगर आवासीय परियोजना के लिए अधिग्रहीत भूमि पर गुरुवार को एक मजार और एक मंदिर का गेट तोड़ा गया था। शनिवार को बीडीए उपाध्यक्ष और दरगाह आला हजरत प्रतिनिधिमंडल के बीच वार्ता हुई। इसमें तय हुआ कि मलबा हटाकर सड़क की पैमाइश के बाद मजार पर फैसला होगा। अतिक्रमण नहीं होने दिया जाएगा। इस फैसले के अनुक्रम में बीडीए का बुलडोजर रविवार सुबह चंद्रपुर बिचपुरी में मलबा हटा रहा था। तभी बिथरीचैनपुर पुलिस ने मलबा हटाने पर रोक लगा दी।
पुलिस इंस्पेक्टर अशोक कुमार सिंह ने मजार कमेटी पदाधिकारियों से कहा कि उन्हें दो दिन पहले यथास्थिति बनाए रखने के आदेश मिले थे, इसके बाद कोई आदेश नहीं आए। वहीं मजार कमेटी के पदाधिकारियों का कहना था कि बुलडोजर बीडीए से ही आए हैं। उन्होंने दरगाह प्रतिनिधियों से बात भी कराई।
हालांकि इंस्पेक्टर ने कहा कि बीडीए या एसएसपी से आदेश मिलने के बाद ही मलबा हटाने दे सकते हैं। हालांकि बाद में अधिकारियों की सहमति बनने पर दोबारा मलबा हटाने की अनुमति दे दी गई। बीडीए अधिकारियों के मुताबिक को मलबा हटवाया जाएगा।
ये है पूरा मामला
बरेली विकास प्राधिकरण की रामगंगा नगर आवासीय परियोजना के लिए अधिग्रहीत भूमि पर गुरुवार को एक मजार और एक मंदिर का गेट तोड़ा गया था। इसको लेकर दोनों ही समुदाय के लोगों में खासा आक्रोश था। शुक्रवार को मजार से जुड़े अकीदतमंदों ने बड़ी संख्या में वहां एकत्र होकर विरोध प्रदर्शन किया था। साथ ही मजार को फिर से वहीं पर बनवाए जाने की मांग की थी।
मामले की सूचना मिलने पर दरगाह आला हजरत से जुड़े प्रतिनिधिमंडल ने मौके पर पहुंच रहे लोगों के साथ बात की और भरोसा दिलाया की दरगाह का निर्माण यहीं कराया जाएगा। मौके पर अभी भी अकीदतमंद मौजूद हैं। ऐसे में मौके पर पुलिस बल भी तैनात है।