बरेली दिल्ली हाईवे पर एक ढाबा था स्मैक तस्करों का बड़ा अड्डा, पढ़े कहीं आपने तो नहीं इस ढाबे में खाया खाना
Bareilly Smack Smugglers नशे से दूसरों का घर बर्बाद करने वाले तस्करों की अवैध कमाई की इमारत मिट्टी में मिलाने का अभियान बुधवार को भी जारी रहा। दोपहर को एक साथ फरीदपुर और फतेहगंज पश्चिमी में बुलडोजर गरजा। फरीदपुर में तस्कर होमगार्ड नबी हसन का ढाबा ढहा दिया गया।
बरेली, जेएनएन। Bareilly Smack Smugglers : नशे से दूसरों का घर बर्बाद करने वाले तस्करों की अवैध कमाई की इमारत मिट्टी में मिलाने का अभियान बुधवार को भी जारी रहा। दोपहर को एक साथ फरीदपुर और फतेहगंज पश्चिमी में बुलडोजर गरजा। फरीदपुर में तस्कर होमगार्ड नबी हसन का ढाबा ढहा दिया गया, वहीं फतेहगंज में हिस्ट्रीशीटर उस्मान का शोरूम गिरा दिया गया। तस्करों की संपत्ति के खिलाफ पहल पुलिस की थी लेकिन इसे अंजाम तक बरेली विकास प्राधिकरण और नगर निगम ने मिलकर पहुंचाया।
उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में तस्करों का बड़ा गिरोह है। जो दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड तक स्मैक की तस्करी करता है। पिछले महीने एसएसपी रोहित सिंह सजवाण और एसपी देहात राजकुमार अग्रवान ने अभियान चलाकर इन पर कार्रवाई शुरू की। पुलिस नेे इनकी संपत्तियों की जानकारी दी तो बरेली विकास प्राधिकरण व नगर पालिका ने जांच कराई। जिसमें पाया गया कि तस्करों ने बिना नक्शा पास कराए निर्माण कराया है। पिछले सप्ताह फतेहगंज पश्चिमी में तस्कर नन्हे का बरातघर गिराया गया था। मंगलवार को तस्कर रेहाना का बाजार ढहाया गया और बुधवार को प्राधिकरण की टीम दोबारा फतेहगंज पहुंची। रेहाना के तस्कर पति उस्मान के नाम पर बनाया गया शोरूम गिरा दिया। दो घंटे तक तीन बुलडोजर उस पर चलते रहे।
उस्मान ने 15 साल पहले खरीदी थी जमीनः पुलिस के अनुसार उस्मान ने करीब 15 साल पहले 325 वर्ग गज जमीन खरीदकर शोरूम बनवाया था। सबसे पहले जिम शुरू किया, जो सफल नहीं हुआ। इसके बाद बिल्डिंग मैटेरियल का करोबार किया। वह भी नहीं चला तो टीवीएस बाइक की एजेंसी खोल दी। हालांकि बाद में वह भी बंद हो गई। कुछ महीने पहले सड़क ऊंची होने से उसका शोरूम निचला हुआ तो पूरा गिरवा दिया गया था। नए सिरे से इसे तैयार कराने में उस्मान ने काफी रुपये खर्च किए।
जिले भर के तस्करों का अड्डा था ढाबाः फरीदपुर कस्बे में बाइपास पर करीब पांच सौ वर्ग गज में बना जनता ढाबा तस्करी का बड़ा ठिकाना था। होगार्ड नबी हसन ने तस्करी की रकम से हाईवे किनारे बेशकीमती जमीन खरीदकर करीब 10 महीने पहले ढाबा शुरू किया था। जिसके बाद ढाबे की आड़ में स्मैक की तस्करी होने लगी। जिले भर के तस्कर यहां इक्टठे होकर पढेरा और बेहरा से स्मैक मंगवाते थे। इसके बाद दूसरे जिलों या प्रदेशों में सप्लाई करते थे। पुलिस के अनुसार शातिर नबी हसन उर्फ पप्पू तस्करी में लिप्त था। उसने बेटे वसीम को भी इसमें शामिल कर लिया था। पिछले सप्ताह वसीम को गिरफ्तार किया गया तो उसके पास से सौ ग्राम स्मैक बरामद हुई थी। जिसके बाद से पप्पू फरार है। उसकी संपत्तियों के बारे में जानकारी जुटाने पर ढाबे के बारे में पता चला।