Bareilly News : बरेली में अपनी ही बाताें में फंसे अफसर, अब कर रहे नर्सिंग होम संचालिका को बचाने का प्रयास
Tulsi Nursing Home Case Update तुलसी नर्सिंग होम प्रकरण में अब अधिकारी खुद ही अपनी बातों में फंस गए है। अब वह नर्सिंग होम संचालिका को बचाने का भरपूर प्रयास कर रहेे है। मगर परिस्थितियां बिल्कुल विपरीत खड़ी है।
बरेली, जेएनएन। Bareilly Tulsi Nursing Home Case Update : तुलसी नर्सिंग होम प्रकरण में अब अधिकारी खुद की ही बातों में घिरते हुए नजर आ रहे है। नर्सिंग होम की संचालक को बचाने की भरपूर कोशिश की जा रही है। मगर परिस्थितियां अधिकारियों के बिल्कुल विपरीत खड़ी हो चुकी है। इसके बाद भी अधिकारी संचालक को बचाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है।
शेरगढ़ के तुलसी नर्सिंग होम को मानक पूरे नहीं होने की वजह से पंजीकरण निरस्त करते हुए सील किया गया था। करीब चार-पांच दिन पहले अस्पताल का एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें अस्पताल संचालित होता हुआ नजर आया। मामले में सीएमओ ने कार्रवाई के आदेश जारी किए थे।
उधर, मंगलवार को सीएमओ कार्यालय पहुंची नर्सिंग होम की संचालिका तुलसी ने एसीएमओ डा. हरपाल पर अस्पताल संचालित कराने का आरोप लगाते हुए खुद को बेगुनहा बताया। जिस पर सीएमओ ने संचालिका के ऊपर एफआइआर कराने के आदेश जारी किए थे। मगर इसके बाद भी अभी तक तुलसी पर एफआइआर नहीं हुई। अधिकारी लगातार उसे बचाने की कोशिश कर रहे है।
एसीएमओ बोले- तुलसी अस्पताल से कुछ सामान लेने गई थी
मामले में एसीएमओ डा. हरपाल सिंह का कहना है कि अस्पताल सील होने के बाद तुलसी ने उसे खोलकर संचालित नहीं किया था। बल्कि अस्पताल में कुछ रखा अपना जरूरी सामान लेने गई थी। उसी बीच कुछ मरीज आ गए तो किसी ने उसका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। मगर अब ऐसे में यह सवाल उठना लाजिमी है कि तुलसी, अपने नर्सिंग होम की सील तोड़कर उसमे गई कैसे? क्या उसके ऊपर सील तोड़ने के मामले में रिपोर्ट नहीं होनी चाहिए? क्या जिला अस्पताल की लगाई गई सील तोडना सरकारी काम में बाधा नहीं? इन तमाम सवाल के घेरों से अधिकारी इस समय घिरे हुए है।
अस्पताल सील है, मानक पूरे करने के बाद ही उसका पंजीकरण किया जाएगा। सील तोड़ने के मामले में संचालिका के ऊपर विधिक कार्रवाई की जाएगी।