बरेली में Dargah Ala Hazrat की पहल, जुलूस ए मोहम्मदी में प्रतिबंधित किए तेज आवाज के स्पीकर
Dargah E Ala Hazrat Initiative in Bareilly यूपी के बरेली में दरगाह ए आला हजरत ने नई पहल की हैं जिसके तहत उन्होंने जुलूस ए मोहम्मदी में तेज आवाज वाले स्पीकर बजाने पर प्रतिबंध लगा दिया हैं।
बरेली, जागरण संवाददाता। Dargah E Ala Hazrat Initiative in Bareilly : बरेली में पैगंबर-ए-इस्लाम की जन्मतिथि पर निकलने वाले जुलूस ए मोहम्मदी (Julus E Mohamdi) में तेज आवाज वाले स्पीकर (DJ) प्रतिबंधित कर दिए गए। मंगलवार को दरगाह आला हजरत के सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रजा कादरी (अहसन मियां) ने स्पष्ट किया कि इस संबंध में लिखित आश्वासन देने वाली अंजुमनों (समूह) को ही जुलूस में शामिल किया जाए।
अंजुमन खुद्दामे रसूल के सेक्रेटरी शान रजा और पुराने शहर की अंजुमन इत्तेहादुल मुस्लेमीन के सदर इमशाद हुसैन से कहा कि शहर की सभी अंजुमनों को यह सूचना दे दें। इसका उल्लघंन करने पर जुलूस से निकाल दिया जाए। उन्होंने अपील की, बड़े स्पीकर पर खर्च होने वाली धनराशि बचाकर गरीब कन्याओं के निकाह पर खर्च करें, असहाय की सहायता करें।
जुलूस में कई अंजुमन तेज आवाज वाले स्पीकर (Loud Spraker) लेकर आती हैं, इनका किराया 50 हजार रुपये से लेकर 1.50 लाख रुपये तक होता है। 21 सितंबर से हुए तीन दिवसीय उर्स ए रजवी (Urs E Razvi) में उलमा ने भी इसका विरोध किया था। कहा था कि तेज आवाज के स्पीकर (डीजे) बजाना फिजूलखर्ची है। अब दरगाह से स्प्ष्ट निर्देश जारी हो गए।
मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी ने बताया कि नौ अक्टूबर को कोहाड़ापीर से दरगाह प्रमुख हजरत मौलाना सुब्हान रजा खान (सुब्हानी मियां) के नेतृत्व में जुलूस निकाला जाएगा। इसमें तेज आवाज के स्पीकर पर कव्वाली, गैर शरई नगमें बजाने पर प्रतिबंध रहेगा। लाउडस्पीकर पर सुब्हानी मियां की ओर से तैयार कराई जा रही खास नातें चलाने की अनुमति होगी।
पूर्व संध्या पर पुराना शहर से निकलने वाले जुलूस में भी यही नियम लागू होगा। प्रत्येक जुलूस में 150-150 अंजुमनें हिस्सा लेती हैं।
जरूरतमंदों की सहायता करें
सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन मियां के हवाले से मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी ने कहा कि बड़े स्पीकर या साउंड सिस्टम पर खर्च होने वाली धनराशि को बचाकर जरूरतमंदों पर खर्च करें। गरीब लड़कियों की शादी कराएं, बीमार का उपचार कराएं। फलदार और छायादार पौधे लगाकर हरियाली संदेश दें।