Bareilly Fake Ambulance Trip Case: बरेली में नौकरी से निकाले गए चालक खाेलेंगे राज, जांच में लिया जाएगा सहारा
Bareilly Fake Ambulance Trip Case एंबुलेंस में फर्जीवाड़े को लेकर शासन तक कई शिकायतें पहुंची थी। बताया गया कि एंबुलेंस चालक मरीजों को लाने-ले जाने में फर्जीवाड़ा करते है। जब वहां पर हर जिले से भेजे गए डाटा को चेक किया गया तो आंकड़ों ने अधिकारियों को चौंका दिया।
बरेली, जेएनएन। Bareilly Fake Ambulance Trip Case : एंबुलेंस फर्जीवाड़े में अब नया मोड़ आ गया है। इस पूरे मामले की जांच में बीते दिनों एंबुलेंस सेवा से निकाले गए कर्मचारियों से सहयोग लिया जाएगा। एडी हेल्थ का कहना है कि निकाले गए कर्मचारी इस मामले में सही जानकारी दे सकते हैं।
एंबुलेंस में फर्जीवाड़े को लेकर शासन तक कई शिकायतें पहुंची थी। बताया गया कि एंबुलेंस चालक मरीजों को लाने-ले जाने में फर्जीवाड़ा करते है। जब वहां पर हर जिले से भेजे गए डाटा को चेक किया गया तो आंकड़ों ने अधिकारियों को चौंका दिया। जिसके बाद महानिदेशक परिवार कल्याण ने 102 और 108 एंबुलेंस संचालित कंपनी पर जांच बैठा दी। कई जिलों से फरवरी, मार्च और अप्रैल के डाटा का सत्यापन कराने की बात कही जिसमें बरेली भी शामिल है।
इसी बीच दैनिक जागरण ने जिले में एंबुलेंस घोटाले को लेकर खबरें प्रकाशित की तो एडी हेल्थ ने पांच सदस्यीय जांच कमेटी बना दी। जांच कमेटी उन लड़कों से भी सहयोग लेगी जिन्हें एंबुलेंस सेवा से बीते दिनों निकाल दिया गया है। हालांकि इस बारे में एंबुलेंस के जिला प्रोग्राम मैनेजर इंजीनियर सुमित का कहना है कि जो भी जांच होगी। वह उसमें पूरा सपोर्ट करेंगे।
क्यों निकाले गए थे चालक
बीते दिनों एंबुलेंस चालकों ने अपनी मांगों को लेकर पूरे प्रदेश में एक साथ हड़ताल की थी। सभी जिलों में एंबुलेंस खड़ी कर दी गई। कई दिनों तक चली इस हड़ताल को किसी तरह से खत्म किया गया। इसके बाद कंपनी ने उन कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया जो इस हड़ताल का नेतृत्व कर रहे थे।