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Bareilly Coronavirus News : जानिये बरेली में कोरोना संक्रमित मरीजों को इलाज के लिए क्यों भटकना पड़ा

Bareilly Coronavirus News कोविड संक्रमण की दूसरी लहर ने जिले को हिला कर रख दिया। हर तरफ चीख पुकार और अपनों को बचाने की जद्दोजहद देखी गई। एक अप्रैल से जिले में दूसरी लहर का प्रकोप शुरू हुआ जो अब तक पूरी तरह से थमा नहीं है।

By Samanvay PandeyEdited By: Published: Sat, 15 May 2021 09:40 AM (IST)Updated: Sat, 15 May 2021 09:40 AM (IST)
Bareilly Coronavirus News : जानिये बरेली में कोरोना संक्रमित मरीजों को इलाज के लिए क्यों भटकना पड़ा
एक अप्रैल को 2.3 थी संक्रमण दर, डेढ़ महीने में बढ़कर 5.2 हुई, मृत्यु दर में 0.01 फीसद का इजाफा।

बरेली, जेएनएन। Bareilly Coronavirus News : कोविड संक्रमण की दूसरी लहर ने जिले को हिला कर रख दिया। हर तरफ चीख पुकार और अपनों को बचाने की जद्दोजहद देखी गई। एक अप्रैल से जिले में दूसरी लहर का प्रकोप शुरू हुआ जो अब तक पूरी तरह से थमा नहीं है। इस बीच जिले की संक्रमण दर 2.3 से बढ़कर 5.2 हो गई, जबकि मृत्यु दर में सरकारी आंकड़ों के हिसाब से मात्र 0.01 फीसद की बढ़ोत्तरी हुई है।

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इन सबके बीच स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन पर्याप्त संसाधनों का ढिंढोरा तो पीटता रहा, लेकिन संसाधनों का पर्याप्त इंतजाम नहीं कर सका। जिले के कई मरीजों को संसाधनों के अभाव में इलाज के लिए दूसरे जिले जाना पड़ा, वहीं कई ने बिना इलाज के ही दम तोड़ दिया। जिला प्रशासन की इससे ज्यादा सक्रियता और क्या होगी कि वह तीन सौ बेड अस्पताल में रखे 18 वेंटीलेटर चालू कराने के लिए स्टाफ तक का इंतजाम नहीं कर सके। 

44 दिन में 26,674 नए संक्रमित मिले, बेड बने रहे फुल : एक अप्रैल के बाद से जिले में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने असर दिखाना शुरू किया। इसके बाद प्रशासन ने व्यवस्थाएं जुटाना शुरू कीं तो शहर के 14 प्राइवेट अस्पतालों में बेड का इंतजाम किया।एक अप्रैल को जिले में कोरोना संक्रमितों के लिए कुल 1360 बेड थे, जबकि इन 44 दिनों में स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन ने मशक्कत कर 521 बेड की संख्या बढ़ा पाई। इनमें आंकड़ों में 80 के स्थान पर 112 वेंटीलेटर युक्त बेड जिले में उपलब्ध थे, जिनमें 18 सक्रिय ही नहीं थे।

484 ऑक्सीजन और 356 आइसीयू बेड शामिल: जिले में जब मरीजों की संख्या काफी बढ़ चुकी थी और हर ओर त्राहिमाम मचा हुआ था। उस दौरान स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन ने जिले में मात्र 484 ऑक्सीजन और 356 आइसीयू वाले बेड का इंतजाम किया। वहीं आक्सीजन युक्त बेड पहले 723 थे जो अब बढ़कर 1207 हो गए हैं, मतलब 44 दिनों में 484 बेड ही बढ़ाए जा सके। इसी तरह पूर्व में आइसीयू बेड 131 थे जो अब 487 हो गए हैं।

ऑक्सीजन की कमी न होने का दावा, फिर भी होती रही ब्लैक : गंभीर रूप से बीमार संक्रमितों की संख्या बढ़नी शुरू हुई तो जिले में ऑक्सीजन के लिए हायतौबा मचना शुरू हुआ। इस बीच जिला प्रशासन भले ही ऑक्सीजन की कमी न होने का दवा करता रहा हो, लेकिन जिले में ऑक्सीजन की जमकर ब्लैक हुई। जरूरतमंद लोगों ने चार से पांच गुना दामों पर ऑक्सीजन सिलिंडर का इंतजाम किया। जब स्थिति काबू में होती नहीं दिखी तो बोकारो समेत अन्य स्थानों से ऑक्सीजन मंगाई गई। इतना ही नहीं ऑक्सीजन कंस्ट्रेटरों का भी इंतजाम किया गया।

श्मशान पर लगी शव की लाइनें, आंकड़ों में सब ठीक : बीते 44-45 दिनों में सबसे ज्यादा भयावह स्थिति जिले के श्मशानों के बाहर देखी गई। यहां मृतकों के शव की लाइनें लगी थीं। हालत यह हो गई कि अंतिम संस्कार के लिए चबूतरे कम पड़ गए। श्मशान पहुंचने वाले शवों में ज्यादातर का अंतिम संस्कार कोविड मानकों के तहत हुआ। श्मशान पर रखे रजिस्टरों को देखे तो प्रतिदिन पांच शव के हिसाब से भी इस बीच दो सौकड़ा से अधिक की मौत कोविड से हुई। लेकिन विभाग के आंकड़ों में इन 44 दिनों में मात्र 120 लोगों की ही मौत हुई है।

5554 लोगों ने अस्पतालों में कराया इलाज : बीते डेढ़ महीने में जिले में कुल 26674 लोग संक्रमित पाए गए। इन संक्रमितों में तकरीबन 21120 लोग ऐसे थे जिन्होंने होम आइसोलेशन में रहकर अपना इलाज किया। इनमें से कुछ की मौत हो गई और बाकी ठीक हो गए। वहीं 5554 संक्रमित ऐेसे थे जो गंभीर हालत में थे और उन्हें अस्पताल में इलाज की जरूरत थी। इन्हीं पांच हजार से अधिक संक्रमितों में कई ऐसे रहे जो जिले में इलाज न मिलने पर बाहर जाने को मजबूर हुए तो कुछ न बिना इलाज के ही दम तोड़ दिया। 5554 का आंकड़ा बता रहा है कि जब हालात खराब थे तब जिले में बेड खाली नहीं थे।

हालात सुधर रहे हैं, संक्रमितों की संख्या में कमी आई : सीएमओ डा. सुधीर कुमार गर्ग ने बताया कि कोविड की दूसरी लहर के दौरान मरीजों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ी थी। इसे देखते हुए जिले के उच्च अधिकारियों की मदद से भरसक प्रयास किए गए। इस दौरान 14 प्राइवेट अस्पतालों को कोविड इलाज करने की अनुमति दी गई। जिले में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर से लेकर आइसीयू और अधिक से अधिक ऑक्सीजन युक्त बेड की व्यवस्था भी की गई। अब हालात सुधर रहे हैं, संक्रमितों की संख्या में कमी आई है।

आंकड़ों में समझिए स्थिति

संसाधन पहले अब

कुल बेड 1360 1881

वेंटीलेटर युक्त बेड 80 112

ऑक्सीजन युक्त बेड 723 1207

आइसीयू बेड 131 487

जिले में संक्रमण दर की स्थिति

01 अप्रैल को जिले में संक्रमण दर : 2.3 फीसद

01 मई को जिले में संक्रमण दर : 4.5 फीसद

14 मई को जिले में संक्रमण दर : 5.2 फीसद

जिले में मृत्यु दर की स्थिति

01 अप्रैल को जिले में मृत्यु दर : 0.02 फीसद

01 मई को जिले में संक्रमण दर : 0.02 फीसद

14 मई को जिले में संक्रमण दर : 0.03 फीसद

जिले में अब तक हुई जांच और संक्रमितों की संख्या

01 अप्रैल तक जिले में हुई जांच : 660606

01 अप्रैल तक जिले में कुल संक्रमित : 15368

01 अप्रैल तक जिले में कुल सक्रिय संक्रमित : 501

01 अप्रैल तक जिले में कुल मृत्यु : 166

14 मई तक जिले में हुई जांच : 803453

14 मई तक जिले में कुल संक्रमित : 42042

14 मई तक जिले में कुल सक्रिय सक्रमित : 5477

14 मई तक जिले में कुल मृत्यु : 246


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