बरेली-बदायूं फोरलेन निर्माण में धांधली, जांच शुरू
बरेली (जेएनएन): सपा के शासन में बनी बरेली-बदायूं फोरलेन निर्माण में धांधली का आरोप लगे हैं। माम
बरेली (जेएनएन): सपा के शासन में बनी बरेली-बदायूं फोरलेन निर्माण में धांधली का आरोप लगे हैं। मामले में आगरा के भाजपा के महापौर नवीन जैन की पीएनसी कंपनी पर सवालिया निशान खड़े हुए हैं। इसके बाद कमिश्नर ने अनियमितता की जांच शुरू करवा दी है। मामला शासन तक पहुंचने के कारण विभाग में खलबली मची है। जांच में कई इंजीनियर की गर्दन फंस सकती है।
सपा सरकार में बरेली-बदायूं फोरलेन निर्माण को 244 करोड़ रुपये की मंजूरी मिली थी। फोरलेन का निर्माण आगरा के महापौर नवीन जैन की पीएनसी कंपनी को दिया गया। निर्माण कार्य पूरा होने पर खुद तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सड़क का उद्घाटन किया। फोरलेन निर्माण में अब काफी गड़बड़ियां उजागर हो गई हैं। पीडब्ल्यूडी के रिटायर्ड जेई एमसी पांडेय के अनुसार सड़क में करीब 33 हजार टन स्क्रैप मैटेरियल को रिसाइकिल कर इस्तेमाल कर दिया गया, जबकि एस्टीमेट में इसका प्रावधान नहीं था। कुछ माइनर ब्रिज बनाए गए, जिसमें कंपनी और विभाग की माप पुस्तिका के आंकड़ों में काफी अंतर है। फोरलेन निर्माण में मंजूरी से अधिक करीब 280 करोड़ रुपये खर्च किए गए। मामले की जांच कमिश्नर समेत आला अफसरों से की गई। इस पर कमिश्नर ने मुख्य अभियंता को जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। उन्हें हफ्ते भर में जांच रिपोर्ट कमिश्नर को सौंपनी है।
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बरेली-बदायूं फोरलेन निर्माण में गड़बड़ी की शिकायत मिली थी। इस पर पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता को जांच करने के निर्देश दिए हैं। जांच में अगर कोई दोषी पाया जाता है तो निश्चित तौर पर कार्रवाई होगी।
डॉ. पीवी जगनमोहन, कमिश्नर - फोरलेन निर्माण में स्क्रैप मैटेरियल कहां गया, कार्य में कितना फीसद सब-लेट हुआ, इसकी जांच हो रही है। पेटी ठेकेदार गौरव गुप्ता से साक्ष्य मांगे गए है। विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर कमिश्नर को सौंपी जाएगी।
एके मिश्रा, मुख्य अभियंता