Badaun News : अब मच्छरों पर रिसर्च करेगी अमेरिका की बिल गेट्स फाउंडेशन, बदायूं , कुशीनगर में खुलेगी इंटीग्रेटेड सर्विलांस लैब
Badaun News यूपी के दो जिलों बदायूं और कुशीनगर में अमेरिका की बिल गेटस फाउंंडेशन संस्था मच्छरों पर रिसर्च करेगी।जिसके लिए वह बदायूं और कुशीनगर में लैब स्थापित करा रही है।इसके लिए वह जमीन का चयन भी कर चुकी है।
बरेली, राहुल पटेल। Badaun News : दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका की बेहतर सुविधाओं पर काम करने वाली बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के सहयोग से लिवरपूल स्कूल आफ ट्रापिकल मेडिसिन के द्वारा इंटीग्रेटेड एंटोंमोलाजिकल सर्विलांस के लिए लैब की स्थापना अब बदायूं में होने वाली है। संस्था उत्तर प्रदेश के दो जनपदों में भारत सरकार के सहयोग से अपनी लैब खोल रही है। जिसमें बदायूं और कुशीनगर में लैब खोलकर मच्छरों पर रिसर्च किया जाएगा। स्थानीय स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से लैब को कवायद शुरू कर दी गई है।
बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के सहयोग से लिवरपूल स्कूल ऑफ ट्रॉपिकल मेडिसिन की टीम ने सीएमओ डा. प्रदीप कुमार और जिला मलेरिया अधिकारी के साथ बैठक की है। उन्होंने भारत सरकार के एनवीबीडीसी अभियान के तहत जिले में टीग्रेटेड एंटोंमोलाजिकल सर्विलांस के लिए लैब संचालित करने के बारे में बताया। उन्होंने जिला अस्पताल में निरीक्षण किया फिर सीएमओ कार्यालय में भी लैब को जगह देखकर तय की।
इसके बाद सीएमओ से संक्रामक रोगों को लेकर प्रभावित इलाके की रिपोर्ट ली। बताया कि यह लैब उत्तर प्रदेश में केवल दो जनपदों कुशीनगर एवं बदायूं में स्थापित की जा रही है। लैब संचालन का सभी कार्य केयर इंडिया संस्था के द्वारा दो वर्ष तक जाएगा। लैब में स्टाफ के रूप में एक एंटोंमोलॉजिस्ट चार इनसेक्ट कलेक्टर द्वारा कार्य किया जाएगा। पिछले वर्षों के मलेरिया डेंगू प्रभावित गांव से मच्छर कैचिंग के माध्यम से यह पता लगाया जाएगा की मच्छर किस प्रजाति का हैं।
वह इनफेक्टेड है कि नहीं है। इस लैब के माध्यम से आने वाले समय में वेक्टर से संबंधित सही जानकारियां जैसे कि मरीज जो भी मरीज डेंगू मलेरिया का जिले में मिलता है तो यह रिसर्च किया जाएगा कि वह कहीं से ट्रेवल करके आया है या यहां मच्छर की प्रजाति के कारण से मलेरिया डेंगू रोग हुआ है। टीम गांव-गांव एवं अन्य चिन्हिंत स्थानों पर जाकर मच्छर पकड़ेगी फिर रिसर्च करेगी। जिसकी रिपोर्ट सीधे भारत सरकार स्वास्थ्य मंत्रालय के लिए रहेगी।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश की यहां से होगी जांच
बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के सहयोग से लिवरपूल स्कूल ऑफ ट्रॉपिकल मेडिसिन के द्वारा इंटीग्रेटेड एंटोंमोलॉजिकल सर्विलांस के लिए लैब खोल रही है। यह लैब कुशीनगर में रही रहेगी। प्रदेश के अन्य जनपदों में संक्रामक रोगों का ज्यादा प्रकोप फैलता है तो यह लैब और टीम अन्य जनपदों को कार्य करेंगी। जानकारी के अनुसार बदायूं की लैब पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश और कुशीनगर की लैब पर पूर्वांंचल के जिलों की जांच व मच्छरों पर रिसर्च किया जाएगा।
इस टीम का रहेगा नियंत्रण
सीएमओ कार्यालय स्थित कोल्डचैन वाली बिल्डिंग में लैब खुलेगी। यहीं पर इंटीग्रेटेड एंटोंमोलॉजिकल सर्विलांस लैब की टीम रहेगी, साथ ही सीएमओ, एसीएमओ, मंडलीय सर्विलांस अधिकारी, जिला मलेरिया अधिकारी एवं संबंधित संस्था के सदस्यों क्लब की स्थापना का समन्वय रहेगा।
शाम को घरों में रखी जाएंगी मशीनें
इंटीग्रेटेड एंटोंमोलॉजिकल सर्विलांस की टीम जिले में चिह्नित गांव में रोजाना शाम को गांव जाएगी और घरों में मशीन रख दी जाएंगी। अगले दिन सुबह पांच बजे से छह बजे के बीच टीम मशीन उठाकर ले आएगी। इसके बाद लैब से मच्छरों को प्रजाति बार छाटेंगे।
संक्रामक पर दो संस्थाएं करेंगी कार्य
लिवरपूल स्कूल ऑफ ट्रॉपिकल मेडिसिन के द्वारा इंटीग्रेटेड एंटोंमोलॉजिकल सर्विलांस के लिए लैब की स्थापना की जा रही है। यह मच्छर पर रिसर्च करेगी। चार वर्ष पहले यहां गोदरेज की संस्था फैमली हेल्थ इंडिया काम कर रही है। 100 गांव को गोद लिए हुए है।
भारत सरकार के निर्देशन में बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के सहयोग से लिवरपूल स्कूल आफ ट्रॉपिकल मेडिसिन के द्वारा इंटीग्रेटेड एंटोंमोलॉजिकल सर्विलांस के लिए लैब खोली जाएगी। लैब को जगह चिह्नित करा दी है। टीम संस्था की होगी वही काम करेंगे, हम केवल सहयोग करेंगे। संक्रामक रोगों में डेंगू, मलेरिया मरीजों के यहां मच्छर पकड़कर जांच करेंगे।डा. प्रदीप कुमार वार्ष्णेय, सीएमओ