Badaun Gang Misdeed Case : कमरे में ‘बंद’ थी पीड़िता, बाहर गांव की महिला लगाती रही आवाज
Badaun Gang Misdeed Case जिस समय महिला के साथ निर्भया जैसी हैवानियत की वारदात को अजांम दिया जा रहा था उस वक्त धर्म स्थल के पास गांव में रहने वाली एक अन्य महिला वहां पहुंंची थी। उसने आरोपित महंत सत्यनारायण को आवाज लगाई मगर वह बाहर नहीं आया।
बदायूं, मनोज वर्मा । जिस समय महिला के साथ निर्भया जैसी हैवानियत की वारदात को अजांम दिया जा रहा था, उस वक्त धर्म स्थल के पास गांव में रहने वाली एक अन्य महिला वहां पहुंंची थी। उसने आरोपित महंत सत्यनारायण को आवाज लगाई, मगर वह कमरे से बाहर नहीं आया। उसे फोन किया तो पीड़िता की आवाज फोन में सुनाई दे रही थी। इस पर गांव वाली महिला ने सवाल किया तो सत्यनारायण ने फोन काट दिया। इसके बाद वह महिला पांच बार लगातार फोन करती रही, मगर सत्यनारायण ने रिसीव नहीं किया।
आरोपित की तलाश में जुटी पुलिस को इस बाबत सुराग मिले। जिसके बाद धर्मस्थल के पास रहने वाली महिला को थाने बुलाया गया। उससे पूछताछ में चौंकाने वाली कई बातें सामने आईं। जिस वक्त पीड़िता को सत्यनारायण ने कमरे में बंद कर लिया था, उसी समय शाम को वह महिला किसी काम से आरोपित के पास पहुंची थी। कमरा अंदर से बंद देखकर आवाज लगाई मगर दरवाजा नहीं खुला। इस पर उसने सत्यनारायण को फोन किया। रिसीव करते ही उसने कहा कि अभी जाओ, बाद में आना।
महिला का कहना है कि फोन पर बात करते समय किसी महिला की आवाज सुनाई दे रही थी, लग रहा था कि वह बचने के लिए छीनाझपटी कर रही। आभास होते ही सत्यनारायण से कहा कि कमरे में हो तो किस महिला की आवाज आ रही, यह बताओ। इस पर सत्यनारायण ने अभद्र शब्दों का उपयोग कर फोन काट दिया। इसके बाद महिला लगातार फोन करती रही, मगर रिसीव नहीं हुआ। माना जा रहा है कि उस समय सत्यनारायण के साथ बाकी दोनों आरोपित भी कमरे में थे। बताया जाता है कि गांव की वह महिला अक्सर सत्यनारायण के पास आती थी। उसकी नजदीकियां थीं।
वारदात के गांव में पहुंचा था आरोपित
गांव का एक अन्य युवक भी पुलिस के हाथ लगा, जोकि घटना के दौरान सत्यनारायण से मिला था। उसने पुलिस को बताया कि देर शाम को आरोपित गांव में था। उस वक्त हल्की बारिश हो रही थी। उसने आवाज देकर कहा कि अपने छाते के सहारे मुझें धर्मस्थल तक छोड़ दो। यहां बीड़ी लेने आया था, मगर बारिश में भीगने लगा हूं।
उसकी बात सुनकर धर्मस्थल तक ले गया। वहां कुआं से पीड़िता के कराहने की आवाज आ रही थी। उसी वक्त सत्यनारायण से कहा कि यह कैसे गिर गई। इसे बचाओ। इस पर सत्यनारायण अनसुना करने लगा। ज्यादा दबाव देने पर रस्सी का इंतजाम किया गया। इसके बाद पीड़िता को किसी तरह बाहर निकाला जा सका।