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Badaun Crime : रंगदारी न देने पर प्रधान समर्थक ने कोटेदार पति को बंधक बनाकर पीटा, पुलिस ने नहीं लिखी रिपाेर्ट

Badaun Crime समरेर विकासखंड क्षेत्र के गांव महरौली में कोटेदार प्रभादेवी द्वारा पिछले कई समय से राशन वितरण किया जा रहा है। कुछ दिन पहले गांव के प्रधान समर्थक ने कोटेदार को घर बुलाया और वहां बंधक बनाकर उसकी व उसके भाई की पिटाई की।

By Ravi MishraEdited By: Published: Sun, 19 Sep 2021 05:48 PM (IST)Updated: Sun, 19 Sep 2021 05:48 PM (IST)
Badaun Crime : रंगदारी न देने पर प्रधान समर्थक ने कोटेदार पति को बंधक बनाकर पीटा, पुलिस ने नहीं लिखी रिपाेर्ट
Badaun Crime : रंगदारी न देने पर प्रधान समर्थक ने कोटेदार पति को बंधक बनाकर पीटा

बरेली, जेएनएन। Badaun Crime : समरेर विकासखंड क्षेत्र के गांव महरौली में कोटेदार प्रभादेवी द्वारा पिछले कई समय से राशन वितरण किया जा रहा है। कुछ दिन पहले गांव के प्रधान समर्थक ने कोटेदार को घर बुलाया और वहां बंधक बनाकर उसकी व उसके भाई की पिटाई की। आरोप है कि वह कोटा न चलाने और कोटा सरेंडर करने की धमकी दे रहे हैं। पीड़ित ने मूसाझाग पुलिस पर आरोप लगाया कि तहरीर देने के बाद भी मुकदमा दर्ज नहीं किया। मामले में एसएसपी से शिकायत की गई। एसएसपी ने निष्पक्ष जांच के आदेश दिए हैं।

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थाना मूसाझाग क्षेत्र के गांव महरौली निवासी धर्मेंद्र कुमार ने एसएसपी संकल्प शर्मा से शिकायत की है कि गांव का कोटा उसकी पत्नी प्रभा देवी के नाम है। वह ईमानदारी से राशन वितरित करती आ रही हैं। गांव के प्रधान के समर्थक ने छह सितंबर को फोन कर कहाकि घर आ जाओ कुछ बात करनी है। इस पर धर्मेंद्र अपने भाई राजवीर को लेकर प्रधान समर्थक के घर चला गया। जहां प्रधान समर्थक ने कहाकि अब गांव की प्रधानी हमारे पास हैं। हमारी ठाकुर जाति के ही प्रधान हैं। अब तुम अपनी पत्नी का कोटा सरेंडर करा दो।

इस पर धर्मेंद्र ने मना किया तो प्रधान समर्थक ने कहा कि कोटा चलाना है तो 15 हजार रुपये प्रति माह देना होगा। इस पर उसने कहाकि हम कोटा ईमानदारी से चलाते हैं हम रुपये नहीं दे सकेंगे। इस पर प्रधान समर्थक व उसके साथियों ने उसे व उसकी पत्नी को जातिसूचक गालियां देना शुरू कर दिया और बंधक बना लिया। इसके बाद उसे व उसके भाई राजवीर को डंडों से पीटा। शोर व चीख पुकार सुनकर गांव के लोग जब वहां पहुंचे ताे प्रधान समर्थक ने उन्हें जाने दिया। बाहर आकर यूपी-112 पुलिस को फोन किय लेकिन फोन नहीं उठा।

इसके बाद थाने जाकर तहरीर दी लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। आरोप है कि जब उसiने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की तो थाने से जांच उपनिरीक्षक अखिल कुमार को दी गई। लेकिन उन्होंने बिना जांच, बयान दर्ज किए ही मामले का निस्तारण कर दिया। इसके बाद ग्राम प्रधान, प्रधान समर्थक व अन्य लाेग जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। बताया कि वह लोग दबंग प्रवृत्ति के हैं। धर्मेंद्र ने एसएसपी संकल्प शर्मा को बताया कि उसे जान माल का खतरा है। इस पर एसएसपी ने मामले की निष्पक्ष जांच कराने का भरोसा दिया।

इस संबंध में प्रधान मनोज कुमार का कहना है कि इस मामले से उनका कोई लेना देना नहीं है। लगाए गए आरोप पूरी तरह से गलत हैं। वहीं थाना प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार ने कहाकि उनकी जानकारी में यह मामला ही नहीं है। अगर ऐसा है तो मामले की जांच कराई जाएगी।


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