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Ayodhya Case Verdict : सौहार्द और शांति की रवानगी में बरेली Bareilly News

प्रदेश के 21 जिलों को संवेदनशील जिलों में शामिल किया गया है इसमें बरेली भी है। मामले की संवेदनशीलता को समझते हुए सुरक्षा व्यवस्था की सभी तैयारी कर ली गईं हैं।

By Abhishek PandeyEdited By: Published: Sat, 09 Nov 2019 08:17 AM (IST)Updated: Sat, 09 Nov 2019 01:12 PM (IST)
Ayodhya Case Verdict : सौहार्द और शांति की रवानगी में बरेली  Bareilly News
Ayodhya Case Verdict : सौहार्द और शांति की रवानगी में बरेली Bareilly News

जेएनएन, बरेली : अयोध्या का बहुप्रतीक्षित फैसला शनिवार सुबह आ गया। फैसले को लेकर अधिकारियों से लेकर आम आदमी टीवी और माेबाइल पर नजरें जमाए रहे। फैसले की उत्सुकता भी लोगो के चेहरों पर साफ नजर आई। इस दौरान प्रशासनिक अधिकारियों की टीमें क्षेत्र में भ्रमण करती रही। प्रदेश के 21  संवेदनशील जिलों में बरेली भी शामिल है। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था चौकस रखने के लिए अधिकारी अपने क्षेत्रों में भ्रमण करते रहे ।

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लोगो के बीच अमन शांति का माहौल कायम रहे। अधिकारी क्षेत्रों में फोर्स के साथ भ्रमण पर निकले। पुलिस फोर्स के साथ निकले अधिकारियों ने क्षेत्र में चलने वाली गतिविधियों पर खास नजर रखी।

 

 एक तरफ सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ रहा था। दूसरी तरफ कुल चल रहा था। 

फैसला आने पर चाय और पान की दुकान पर बैठे युवा मोबाइल पर व्यस्त दिखे। वह फैसले आने के दौरान चलने वाले हर अपडेट को मोबाइल पर देखते रहे। 

थानों मेें मौजूद पुलिस कर्मी भी मोबाइल पर फैसले की जानकारी लेते दिखे। उनकी भी नजरे पर मोबाइल पर आने वाली हर नई जानकारी पर लगी रही। 

आठ जोन और 32 सेक्टर में बांटा जिला

शहर और देहात के दो सुपर जोन के साथ जिले को आठ जोन और 32 सेक्टर में बांट दिया गया है। 108 सब सेक्टर बनाए गए हैं। जो अधिकारी छुट्टी पर हैं उन्हें भी बुला लिया गया है। अधिकारियों को मुख्यालय न छोडऩे के आदेश दिए गए हैं। दो हजार पुलिस कर्मियों के अलावा ढाई कंपनी पीएसी और एक कंपनी आरएएफ जिले के चप्पे चप्पे पर तैनात रहेगी। सभी से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की गई है। इसके बाद भी अगर कोई शरारत करता है तो पुलिस सख्ती से निपटेगी। शांति व्यवस्था में खलल किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं होगा। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी सुबह आठ बजे से ही अपने अपने क्षेत्रों में पहुंच जाएंगे। सभी अपने क्षेत्रों में होने वाली गतिविधियों पर नजर रखेंगे। अगर कहीं भी गड़बड़ी होती है या इसकी आशंका लगती है तो तत्काल जानकारी उच्चाधिकारियों को दी जाएगी।

पुलिस कप्तान ने संभाली रबर गन                                                                                            शुक्रवार को सुबह पुलिस लाइन में परेड के बाद दंगा नियंत्रण का रिहर्सल किया गया। इसमें एसएसपी ने अपने अधीनस्थों के दंगा नियंत्रण के लिए उपयोग में लाए जाने वाले सभी हथियारों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने रबर बुलेट गन और आंसू गैस गन सहित अन्य हथियार चला कर दिखाए। दंगाइयों से निपटने को पानी की बौछार आदि छोड़ने की भी तैयारी की।

ड्रोन कैमरों से की जा रही निगहबानी

अयोध्या को लेकर सतर्क पुलिस ने ड्रोन कैमरों से निगरानी की व्यवस्था की गई। इसके अलावा वीडियो कैमरा, बाडीवार्ड कैमरा आदि से भी प्रयोग में लाए जा रहे। संवेदनशील क्षेत्रों के लिए रेड प्लान के लिए भी पूरी तरह तैयार है। इसके चलते शुक्रवार को दंगा नियंत्रण के लिए रिहर्सल किया गया।

दिल से स्वीकारें फैसला, अपने जिले में रखें शांति                                                                         पुलिस लाइंस में शुक्रवार को जिला स्तरीय पीस कमेटी की बैठक की गई। इसमें जिले भर के लोगों ने प्रतिभाग किया। डीएम नितीश कुमार और एसएसपी शैलेश पांडेय की मौजूदगी में सभी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को स्वीकार करने और शांति व्यवस्था बनाए रखने का आश्वासन दिया। डीएम ने कहा कि यह जिला आप सभी का है यहां आपको ही रहना है। इसलिए शांति व्यवस्था बनाए रखें। वहीं एसएसपी ने बारावफात के जुलूस के दौरान भी अतिरिक्त दिखावा न करें। हथियार लेकर न निकलें और डीजे न बजाएं। परंपरा के अनुसार त्योहार में जुलूस निकाले जाएं।

पुलिस का सहयोग करें संदिग्धों की जानकारी दें

एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने कहा कि सभी पुलिस के प्रतिनिधि बन कर काम करें। किसी भी संदिग्ध गतिविधि और व्यक्ति की जानकारी तत्काल पुलिस को दें। जहां मंदिर मस्जिद और गुरुद्वारा है वहां बाहुल्य समाज के लोग उन धार्मिक स्थलों की सुरक्षा करें। युवा संयम रखें और धार्मिक आस्था पर कतई टिप्पणी न करें और न ही एसी किसी पोस्ट पर लाइक, कमेंट और शेयर करें।

अग्निशमन विभाग भी तैयार

फैसले के बाद आपत्तिजनक स्थिति से निपटने के लिए अग्निशमन विभाग भी तैयार है। विभाग ने संवेदनशील स्थानों पर हाईड्रेंट की उपलब्धता, खराब हाईड्रेंट को दुरुस्त कराने सहित अन्य कार्य पूरे कर लिए हैं। इसके अलावा मॉक डिल कर अपनी तैयारी की रिपोर्ट भेज दी है।

कंट्रोल रूम बना, जारी हुआ हेल्पलाइन नंबर

जैसे ही अयोध्या के फैसले को लेकर जानकारी हुई। वैसे ही अधिकारियों ने तैयारियों की समीक्षा की। देर रात कलक्ट्रेट में कंट्रोल रूम बनाकर हेल्पलाइन नंबर (0581-2428914) जारी किया। इस नंबर पर अलग अलग नंबर पर तैनात अधिकारी गतिविधियों की जानकारी देंगे। इसके साथ आम लोग भी सूचना दे सकते हैं।

देर रात दफ्तरों में डटे अधिकारी, फोन कर दी सूचना

फैसले की तारीख तय होते ही अधिकारी देर रत दफ्तरों में पहुंच गए और रणनीति बनाते रहे। जिन अधिकारियों को सेक्टर, जोनल, सब सेक्टर में शामिल किया गया था, उन्हें रात में ही फोन कर सूचना दी जाती रही। साफ कहा गया कि सुबह अपने अपने क्षेत्रों में हर हाल में पहुंच जाएं। जिलाधिकारी ने कैंप कार्यालय में एडीएम प्रशासन, सिटी मजिस्ट्रेट और एसीएम व अन्य अधिकारियों की बैठक की।

लेखपाल और वीडीओ रखेंगे नजर

डीएम ने निर्देश दिए कि सभी लेखपाल और ग्राम पंचायत अधिकारी अपने अपने क्षेत्र के गांवों पर नजर रखेंगे। इसके साथ डीडीओ को भी सभी प्रधानों के मोबाइल नंबर लेकर रखें और उनसे संवाद करते रहें।

प्रभावी रहेगी धारा 144

अयोध्या के फैसले के मद्देनजर धारा 144 प्रभावी कर दी गई है। ऐसे में कहीं पर भी पांच और इससे अधिक लोग एकत्र नहीं हो सकेंगे। जुलूस व अन्य आयोजनों के लिए प्रशासन की अनुमति लेनी होगी।

इंटरनेट प्रोवाइडरों की जुटाई जानकारी

अधिकारियों ने संवेदनशीलता को देखते हुए इंटरनेट की सुविधाएं देने वाले सर्विस प्रोवाइडरों की भी जानकारी जुटा ली है। अधिकारियों का कहना है कि अगर शासन से निर्देश आते हैं तो इंटरनेट सेवा बंद कर दी जाएगी। अगर निर्देश नहीं आते तो स्थानीय स्तर पर स्थिति को देखते हुए निर्णय लिया जाएगा।

अधिकारियों ने किया फ्लैग मार्च

जिलाधिकारी नितीश कुमार और एसएसपी शैलेश पांडेय ने पुलिस बल और आरएएफ के साथ बारादरी क्षेत्र में फ्लैग मार्च किया। लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए बातचीत की गई। अधिकारियों ने श्यामगंज, कालीबाड़ी, शाहदाना सहित प्रमुख क्षेत्रों में भ्रमण किया। लोगों से संवाद करते हुए अयोध्या पर आने वाले फैसले को लेकर शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की।

खुराफातियों से रहें दूर, जरूरत पर पुलिस से करें संपर्क                                                                    कमिश्नर रणवीर प्रसाद ने कहा है कि कोर्ट का जो भी फैसला आए। उसका सभी सम्मान करें और शांति व्यवस्था बनाए रखें। मंडल के चारों जिलों में सुरक्षा व्यवस्था मुस्तैद है। प्रशासन हर स्थिति से निपटने को तैयार है। सभी अधिकारियों को सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए जरुरी निर्देश दिए हैं। अधिकारी सुबह से ही अपने अपने क्षेत्रों में भ्रमण करेंगे और हर तरह की गतिविधियों की जानकारी कंट्रोल रूम को देंगे। कंट्रोल रूम 24 घंटे रहेगा। कहीं पर कोई भी विवाद की स्थिति बनती है तो लोग तुरंत पुलिस या कंट्रोल रूम पर फोन करें।


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