Move to Jagran APP

एटीएस को संदिग्ध युवक से मिला कानून मंत्री की मुहर लगा प्रमाण पत्र, इन्हें पहचानता हूं Bareilly News

कैंट में पकड़े गए संदिग्ध नेपाली युवक से बरामद सामान में प्रदेश के कानून मंत्री बृजेश पाठक के नाम से जारी एक प्रमाण पत्र भी मिला। हालांकि मंत्री ने इसे फर्जी बताया है।

By Abhishek PandeyEdited By: Published: Sun, 01 Dec 2019 10:10 AM (IST)Updated: Sun, 01 Dec 2019 10:10 AM (IST)
एटीएस को संदिग्ध युवक से मिला कानून मंत्री की मुहर लगा प्रमाण पत्र, इन्हें पहचानता हूं Bareilly News

जेएनएन, बरेली। कैंट में पकड़े गए संदिग्ध नेपाली युवक से बरामद सामान में प्रदेश के कानून मंत्री बृजेश पाठक के नाम से जारी एक प्रमाण पत्र भी मिला। जिसमें लिखा है कि वह गंगा बहादुर जोकि सरोजनी नायडू मार्ग तोपखाना के निवासी हैं, उनको भलीभांति जानते हैं। पत्र के सबसे ऊपर आधार कार्ड प्रमाणपत्र लिखा है, नीचे बृजेश पाठक के हस्ताक्षर हैं व मुहर लगी हुई है। मंत्री ने इस प्रमाणपत्र को फर्जी बताया। कहा कि मैंने इस तरह का कोई प्रमाणपत्र जारी नहीं किया। पूरे मामले की जानकारी कर विधिक कार्रवाई करुंगा।

loksabha election banner

मंगलवार को कैंट क्षेत्र से आर्मी इंटेलीजेंस ने एक युवक को पकड़ा था। पूछताछ में उसने खुद को नेपाल का रहने का रहने वाला बताया। उसके पास से इंटेलीजेंस ने अलग नाम के दो आधार कार्ड, दो मोबाइल फोन, दस सिम कार्ड, कई बैंकों की पास बुक, मंत्री का पत्र आदि बरामद सामान किया गया।

तीसरा नाम भी आया सामने

युवक के पास नेपाल का आइडी कार्ड भी बरामद हुआ है। यह कार्ड सहयोग कर्मचारी महासंघ का है। इसमें उसका नाम सुमन बहादुर, पद उपाध्यक्ष और पता गुल्मी, दिबुड़, ग्राम वाई 6 लिखा हुआ है। नागरिकता के कॉलम में कुछ नंबरों के साथ गुल्मी लिखा हुआ है। इससे पहले आर्मी इंटेलीजेंस की जांच में उसके दो नाम मो. मंजर व गंगा बहादुर विश्वकर्मा सामने आ चुके हैं। इन नामों से उसने लखनऊ व बिहार में आधार कार्ड बनवाए थे। इसके अलावा उसके पास से एक पासपोर्ट भी बरामद हुआ है।

फोटो खिंचाने का शौकीन

पकड़े गए संदिग्ध युवक के नाम के साथ ही रूप भी कई हैं। उसकी कई फोटो मिली हैं, जिसमें वह अलग अलग वेषभूषा में है। कभी टाई कोट व पेंट शर्ट पहन मिस्टर परफेक्ट दिखता है तो कभी फार्मल कपड़े और कैप लगाए है। कभी दाड़ी मूछ रखे हुए तो कभी क्लीनसेव दिख रहा। शनिवार को एसपी सिटी रविंद्र सिंह उससे पूछताछ करने पहुंचे, लेकिन इससे पहले ही एटीएस उसे ले जा चुकी थी। इस पर वह कैंट इंस्पेक्टर से ही पूछताछ कर लौट आए।

क्या बोले- कानून मंत्री

उप्र प्रदेश सरकार में कानून मंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि मैंने इस तरह का कोई प्रमाणपत्र जारी नहीं किया गया है। यह पूरी तरह फर्जी है। पूरे मामले की जानकारी कर विविध कार्रवाई करुंगा।   


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.