Loksabha Election 2019: अखिलेश यादव ने कहा- महागठबंधन चौकीदार की चौकी छीनने वाला है
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बरेली के इस्लामिया इंटर कॉलेज मैदान पर जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि इस बार चौकीदार की चौकी के छीनना है।
जेएनएन, बरेली : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लगातार हमलों के बाद गुरुवार को रुहेलखंड में बारी महागठबंधन की थी। पहली बार मोर्चा संभालने उतरे सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव। बरेली के इस्लामिया इंटर कॉलेज मैदान की चुनावी जनसभा के दौरान सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अपने चिरपरिचित अंदाज में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री पर जमकर निशाना साधा। कहा कि भाजपा कहती है कि हमारा गठबंधन महामिलावट है। हम कहते हैं कि यह महापरिवर्तन का गठबंधन है। जनता से मुखातिब होकर कहा-आप लोगों ने तय कर लिया है। लिहाजा यह महागठबंधन 'चौकीदार' से चौकी छीनने वाला है।
ऐसी पतंग काटेंगे, सद्दी भी ले जाएंगे
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मोदीजी ने 2014 की चुनावी रैली में दावा किया था कि यहां पर चाइनीज मांझा नहीं, बल्कि बरेली का मांझा बिकवाएंगे। पर अब तक कुछ नहीं हुआ। पता नहीं वह कहां से पतंग उड़ा रहे थे लेकिन सपा वाले पतंग भी उड़ाना जानते हैं और काटना भी... इस बार ऐसे काटेंगे कि पतंग के साथ सद्दी भी ले जाएंगे।
बाबा मुख्यमंत्री की आंखों को बरेली के सुरमा की जरूरत
उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नाम लिए बगैर तंज कसते हुए कहा कि सुना... बाबा मुख्यमंत्री जी यहां आए थे, अपनी उपलब्धियों को गिना रहे थे। बाबा की आंख धुंधला गई हैं, उन्हें मुद्दे नहीं दिखाई दे रहे हैं। बाबा को अब बरेली के सुरमा की जरूरत है और यह सुरमा बरेली के लोग ही उन्हें लगा सकते है अपने वोट के माध्यम से।
सासंद ने अपने ही विधायक को ठोक दिया
पूर्व मुख्यमंत्री ने चुटकी लेते हुए कहा कि बाबा मुख्यमंत्री की ठोको नीति ने ऐसा माहौल बना दिया है कि पुलिस लोगों को और लोग पुलिस को ठोक रहे हैं। कुशीनगर वाली घटना का जिक्र करते हुए कहा कि सासंद ने अपने ही विधायक तक को ठोक दिया। टेंडर के चक्कर में 21 तोपों की सलामी दे दी।
भाजपा के शौचालय में पानी नहीं होता
सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा वालों का भाषण शौचालय से शुरू होकर शौचालय पर ही खत्म होता है। इनके शौचालय में पानी नहीं होता हैैं। वह कहते है कि यह चुनाव चौकीदार का भविष्य तय करेगा। नया भारत तभी बनेगा जब नया प्रधानमंत्री बनेगा।
आरक्षण के सहारे साधे दलित
इस दौरान अखिलेश ने अपनी सरकार की उपलब्धियां भी गिनाई। आरक्षण के सहारे दलित वोटरों को साधने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि किसी को दस प्रतिशत का आरक्षण दिया जाए। इसका हम विरोध नहीं करते हैैं। लेकिन जिस तरह से आप पहले पढ़कर लिखकर उंची जगह पर खड़े होते थे। उस तरह से अब नहीं खड़े हो सकते।
सपा-बसपा को लोकसभा भेजना पड़ेगा, तभी अच्छे दिन आएंगे
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा ने कहा अच्छे दिन आएंगे, मगर पता नहीं अच्छे दिन कितने किलोमीटर दूर रहते हैं क्योंकि पांच साल गुजर चुके हैं। अब लोगों को सपा-बसपा को लोकसभा भेजना पड़ेगा। तभी उनके अच्छे दिन आएंगे।
बाबा अपनी लोकसभा नहीं बचा पाए, अब बरेली भी नहीं बचने वाली
उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग कैमरे और टीवी पर तो कहते रहते हैं, बरेली नहीं जीत सकते। मगर जब कागज और कलम लेकर हिसाब-किताब लगाते हैं तो कहते हैं कि अब बरेली नहीं बचने वाली। बरेली बचेगी भी तो कैसे, बाबा तो अपनी लोकसभा नहीं बचा पाए थे।
बरेली की ऐतिहासिक जमीन धर्मों का, महागठबंधन विचारों का संगम
अखिलेश यादव ने कहा कि बरेली की जमीन ऐतिहासिक है। जहां महागठबंधन विचारों का संगम है वहीं बरेली की धरती हिंदू, मुस्लिम, सिख व ईसाई आदि धर्मों के प्यार का संगम है। यहां एक ओर दरगाह आला हजरत है तो दूसरी ओर नाथ मंदिर हैं।