UP Police : ढाई घंटे थाने में बैठने के बाद tweet करने वाला छात्र हुआ खामोश Bareilly News
पराली जलने से पर्यावरण के लिए फिक्रमंद हुआ छात्र पुलिस के ऐसे झंझट में फंस गया कि आखिरकार उसे चुप्पी साधनी पड़ गई। उसे शीशगढ़ थाने बुलाकर बंद कमरे में ढाई घंटे तक बातचीत की गई।
जेएनएन, बरेली : पराली जलने से पर्यावरण के लिए फिक्रमंद हुआ छात्र पुलिस के ऐसे झंझट में फंस गया कि आखिरकार उसे चुप्पी साधनी पड़ गई। उसे शीशगढ़ थाने बुलाकर बंद कमरे में ढाई घंटे तक बातचीत की गई। मामला रफादफा करने की कवायद होती रही। इसके बाद करीब एक घंटे के लिए छात्र को कहीं ले जाया गया। इस दौरान न जाने ऐसा क्या हुआ कि जब वह घर पहुंचा तो एकदम मौन हो गया। किसी से बात नहीं की। परिवार के अन्य सदस्यों के चेहरे की हवाइयां उड़ी थीं। बातचीत के दौरान ऐसा क्या हुआ, इस बाबत कोई बताने को तैयार नहीं। फिलहाल, छात्र और पूरे परिवार अब किसी से बात नहीं कर रहा। घर के दरवाजे बंद कर लिए।
शीशगढ़ थाना क्षेत्र के गांव टांडा छंगा निवासी एलएलबी छात्र इरशाद ने पड़ोस में पराली जलती देखी तो रविवार को एडीजी अविनाश चंद्र व यूपी पुलिस के ट्वीटर हैंडल पर शिकायत कर दी। फिक्र जायज थी और जागरुक युवा होने के नाते उसने शिकायत कर उन लोगों को जगाया जिन पर जिम्मेदारी है कि पराली न जलाई जाए। उसकी यह जागरुकता पुलिस को नागवार गुजर गई। ट्वीट के बाद अधिकारियों ने निर्देशित किया तो शीशगढ़ पुलिस का पारा चढ़ गया। इंस्पेक्टर शीशगढ़ सुरेंद्र सिंह पचौरी ने उसे फोन कर गैंगस्टर सहित अन्य धाराओं में फंसाने की धमकी दी थी। इसके बाद से छात्र डरा हुआ था।
बातचीत का ऑडियो हुआ था वायरल: इंस्पेक्टर और छात्र की बातचीत के ऑडियो वायरल हुए तो मामला तूल पकड़ गया। इसके बाद बुधवार को इंस्पेक्टर शीशगढ़ ने छात्र इरशाद को थाने बुलवाया। इंस्पेक्टर ने छात्र से एक बंद कमरे में करीब ढाई घंटे तक बातचीत की। छात्र को धमकाने के मामले की जांच कर रहे सीओ बहेड़ी रामानंद राय भी वहां पहुंच गए। काफी देर तक बातचीत के बाद छात्र को बाहर लाया गया और गाड़ी में कहीं ले जाया गया। एक घंटे बाद घर पहुंचे छात्र ने किसी से भी बातचीत करने से इन्कार किया। इस प्रतिक्रिया को लेकर लोगों में यह चर्चा रही कि छात्र को पुलिस ने डरा धमका कर चुप करा दिया है।
सुबह जताई थी अनहोनी की आशंका: इरशाद ने बुधवार ही अपने व परिवार के साथ अनहोनी होने की आशंका व्यक्त की थी। उसका पुराना मोबाइल नंबर बंद होने से उसने दूसरा नंबर कई मीडिया ग्रुपों में अनहोनी की आशंका व्यक्त करते हुए डाला था।
छात्र को किसी से नहीं मिलने दिया: शीशगढ़ थाने में उसे काफी देर रोका गया तो कुछ परिचित उसके हाल जानने पहुंच गए। मगर पुलिस ने उससे मिलने नहीं दिया। मीडिया कर्मियों को दूर रोक दिया गया।
पराली जलाने में किसान पर मुकदमा : पराली जलाने के जिस मामले को लेकर हो हल्ला मचा है। उस मामले में पुलिस की नींद तीन दिन बाद खुली। इसके बाद चौकी इंचार्ज टांडा छांगा मनोज कुमार ने पराली जलाने के मामले में खेत मालिक चंद्रसेन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
खनन के मामले को लेकर जांच करने शीशगढ़ गया था। रुटीन चेकिंग के लिए थाने चला गया। छात्र से इंस्पेक्टर बात कर रहे थे। हमने उससे कोई बातचीत नहीं की। बुधवार को ही जांच मिली है, गुरुवार से बयान दर्ज करने का काम करेंगे। - रामानंद राय, सीओ बहेड़ी