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पंचायत चुनाव की ड्यूटी के बाद शिक्षक की कोरोना से हो गई थी मौत, दो महीने बाद भी स्वास्थ्य विभाग में डेटा अपलोड नहीं

Teacher Died due to Corona कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में सैकड़ों संक्रमितों ने अपनी जान गवां दी। पोर्टल पर अपलोड डेटा और हकीकत में मरने वालों की संख्या का अंतर राष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा का मुद्दा रहा।

By Samanvay PandeyEdited By: Published: Sat, 25 Sep 2021 03:38 PM (IST)Updated: Sat, 25 Sep 2021 03:38 PM (IST)
पंचायत चुनाव की ड्यूटी के बाद शिक्षक की कोरोना से हो गई थी मौत, दो महीने बाद भी स्वास्थ्य विभाग में डेटा अपलोड नहीं
बदायूं निवासी शिक्षक का शहर के गंगाशील अस्पताल में अप्रैल में चला था इलाज

बरेली, जेएनएन। Teacher Died due to Corona : कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में सैकड़ों संक्रमितों ने अपनी जान गवां दी। पोर्टल पर अपलोड डेटा और हकीकत में मरने वालों की संख्या का अंतर राष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा का मुद्दा रहा। बाद में कोरोना संक्रमण से मौत पर मुआवजा तो किसी ने मृतक आश्रित की नौकरी के लिए कोविड रिपोर्ट का पता किया तो स्वास्थ्य विभाग पर डेटा ही अपलोड नहीं था। ऐसा ही एक मामला बदायूं जिले से जुड़ा है, यहां के शख्स की बरेली के कोविड अस्पताल में मौत के बाद डेटा अपलोड नहीं हुआ।

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पिछले करीब दो महीने से मृतक की दोनों बेटियां डेटा अपलोड करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के चक्कर लगा रही हैं। बदायूं के आवास विकास कालोनी निवासी सुनील कुमार की ड्यूटी पंचायत चुनाव में लगी थी। चुनाव संपन्न होने के बाद घर पर उनकी तबीयत बिगड़ी तो स्वजन ने बीती 21 अप्रैल को बरेली के गंगाशील अस्पताल में भर्ती कराया। यहां सुनील की एंटीजन जांच रिपोर्ट पाजिटिव आई। 26 अप्रैल को उन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इसके बाद कई बार मृतक सुनील के स्वजन ने अस्पताल प्रबंधन से संपर्क किया। मृतक सुनील की कोविड रिपोर्ट देने के लिए कहा लेकिन प्रबंधन से रिपोर्ट नहीं मिली।

इलाज के नाम पर वसूले चार लाख : बताया जाता है कि अगर प्रबंधन की ओर से मरीज की रिपोर्ट शासन के पोर्टल पर अपलोड की जाती तो प्रबंधन को मरीज का इलाज शासन की गाइडलाइन के अनुपालन में करना होता। इस पर इलाज का खर्च निश्शुल्क हो जाता। वहीं रिपोर्ट अपलोड न होने के चलते परिवार से संक्रमित शिक्षक के इलाज के नाम पर अस्पताल प्रबंधन ने चार लाख रुपये वसूल लिए।

आइडीएसपी के पोर्टल से रिपोर्ट गायब : बीती 13 अगस्त को मृतक के परिजनों ने सीएमओ से लिखित शिकायत कर मृतक शिक्षक की कोविड रिपोर्ट मुहैया कराने की मांग की थी, लेकिन महकमे ने शिकायत ठंडे बस्ते में डाल दी। शुक्रवार को मृतक शिक्षक की दोनों बेटियों ने फिर सीएमओ के पास आकर पूरे मामले की जानकारी दी। इस पर सीएमओ ने दोनों को आइडीएसपी यूनिट भेजा, जहां मृतक शिक्षण के नाम से जब शासन के पोर्टल पर रिपोर्ट खोजी गई तो वह अपडेट ही नहीं थी।

अस्पताल प्रबंधन का पक्षः गंगाशील अस्पताल के एडमिनिस्ट्रेशन हेड अभिषेक पॉल ने बताया कि मामले की जानकारी नही है। अगर ऐसा किया गया है तो जांच कमेटी की ओर से जो निर्देश होंगे उसका जवाब दिया जाएगा। एसीएमओ प्रशासन डा. हरपाल सिंह का कहना है कि मामले की लिखित शिकायत मिली है। जांच कराई जाएगी, अगर रिपोर्ट में गड़बड़ी की गई है तो जांच रिपोर्ट के आधार पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। 


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