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एडीएम वित्त बोले - कभी भी हो सकता है निरीक्षण, खनन, बाट-माप समेत अन्य विभाग पूरा करें लक्ष्य

अपर जिलाधिकारी वित्त मनोज कुमार पाण्डेय की अध्यक्षता में राजस्व कार्यों की मासिक समीक्षा बैठक मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में हुई।

By Edited By: Published: Wed, 08 Jul 2020 02:17 AM (IST)Updated: Wed, 08 Jul 2020 01:43 PM (IST)
एडीएम वित्त बोले - कभी भी हो सकता है निरीक्षण, खनन, बाट-माप समेत अन्य विभाग पूरा करें लक्ष्य
एडीएम वित्त बोले - कभी भी हो सकता है निरीक्षण, खनन, बाट-माप समेत अन्य विभाग पूरा करें लक्ष्य

बरेली, जेएनएन  अपर जिलाधिकारी वित्त मनोज कुमार पाण्डेय की अध्यक्षता में राजस्व कार्यों की मासिक समीक्षा बैठक मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में हुई। अपर जिलाधिकारी वित्त मनोज कुमार पांडेय ने राजस्व कार्यों की समीक्षा करते हुए आरटीओ, मंडी बाट-माप, वन विभाग, खनन विभाग, रजिस्ट्ररी विभाग आदि को निर्धारित लक्ष्य पूरे करने के निर्देश दिए। उन्होंने आरसी की वसूली का मिलान करने और रिकॉर्ड पूरे रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कभी भी निरीक्षण हो सकता है। चकबंदी अधिकारी को निर्देश दिए कि पें¨डग चकबंदी मुकदमों का निस्तारण जल्दी कर लें। आय, जाति प्रमाणपत्रों का निस्तारण होना चाहिए। उन्होंने कहा कि विरासत के कामों के लिए लोगों को परेशान न होना पड़े । मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना कल्याण योजना के तहत सभी अधिकारियों को लक्ष्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। बैठक में अपर जिलाधिकारी प्रशासन, सभी उप जिलाधिकारी व तहसीलदार सहित अधिकारी उपस्थित थे।

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संवासिनी गृह और महिला कारागार की रिपोर्ट तलब कानपुर, मेरठ समेत कई जिलों के नारी निकेतन में कोरोना की घुसपैठ के बाद राज्य महिला आयोग की सदस्य रश्मि जायसवाल ने बरेली राजकीय महिला शरणालय और महिला कारागार के हालात पर रिपोर्ट तलब की है। उन्होंने शरणालय व कारागार में महिलाओं को दी जानी वाली सुविधाएं, उनके बीच में शारीरिक दूरी, सैनिटाइजेशन पर रिपोर्ट मांगी है। सिटी मजिस्ट्रेट मदन कुमार ने नई संवासिनियों के प्रवेश पर इसी हफ्ते रोक लगा दी है।

बरेली के राजकीय महिला शरणालय में क्षमता से अधिक संवासिनी होने की वजह से उनके स्वास्थ्य को लेकर प्रशासन भी ¨चतित है। यहां 25 सामान्य व 100 मानसिक मंदित संवासिनी रखी जा सकती हैं, लेकिन मौजूदा समय में 215 संवासिनी निकेतन के अंदर मौजूद हैं। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने मेडिकल के बाद निकेतन में आने वाली संवासिनियों को क्वारंटाइन करने का निर्देश दिया था।

जिला प्रोबेशन अधिकारी के मुताबिक वन स्टॉप सेंटर पर संवासिनियों को नहीं रखा जा सकता है, क्योंकि यह सेंटर 300 बेड अस्पताल के अंदर बना है। यहां कोरोना संभावित मरीजों के आने की वजह से संवासिनियों को खतरा हो सकता है। स्वास्थ्य व पुलिस विभाग से मांगी जानकारी जिला प्रोबेशन अधिकारी नीता अहिरवार ने बताया कि संस्थाओं में कोविड-19 की जांच कराई गई है। अभी तक कोई रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं है। उन्होंने महिला अपराधों की सूचना पुलिस विभाग से मांगी है। स्वास्थ्य विभाग से संक्रमित महिलाओं के बारे में जानकारी इकट्ठा की जा रही है।


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