Lockdown-2 Problem : मुरादाबाद से मासूमों की भूख मिटाने शाहजहांपुर आई महिला बच्चों समेत पहुंची शेल्टर होम Shahjahanpur News
लॉकडाउन के बाद उसके बच्चे भूख से तड़पने लगे। तीन दिन पहले वह मुरादाबाद से निकली थी।उसे पता लगा कि निगोही में काफी ईंट भट्ठे हैं। इसलिए वह निगोही जा रही थी।
शाहजहांपुर, जेएनएन। मुरादाबाद में कोराेना संक्रमित मरीजों की संख्या अधिक हैं। वहां एक महिला अपने तीन बच्चों के साथ किसी तरह से शाहजहांपुर आ गई। उसको घूमता देख सदर पुलिस ने पूछताछ की। उसने बताया कि वह निगोही ईंट भट्ठा पर मजदूरी करने के लिए जा रही है। पुलिस कर्मियों ने इसकी जानकारी अधिकारियों को दी। जिसके बाद महिला के बच्चों सहित हनुमतधाम स्थित सेल्टर हाउस में ठहरने की व्यवस्था कर दी गई है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की तरफ से स्क्रीनिंग नहीं हो सकी है।
मूल रूप से चंदौसी की रहने वाली महिला ने बताया कि उसकी शादी रामपुर के शहजादनगर में रहने वाले एक व्यक्ति से हुई थी। दो साल पहले उसके पति की मौत हो गई। उसके जेठ ने उसके बेटे को गायब करने का प्रयास किया। विरोध करने पर उसे गांव से निकाल दिया था। वह दो साल से बच्चों का पेट पालने के लिए लोगों के घरों बर्तन धोने का काम करती थी।
लॉकडाउन के बाद उसके बच्चे भूख से तड़पने लगे। तीन दिन पहले वह मुरादाबाद से निकली थी। रास्ते में ट्रक अन्य वाहनों की मदद से शाहजहांपुर पहुंची। उसे पता लगा कि निगोही में काफी ईंट भट्ठे हैं। इसलिए वह निगोही जा रही थी। तभी पुलिस पहुंच गई। उसे गाड़ी में बैठाकर ले आए हैं। माया के तीन बच्चे में छह वर्षीय काजल, पांच वर्षीय कुमकुम व चार वर्षीय शिवा है।
महिला और बच्चों की स्क्रीनिंग नहीं कराई गई है। चारों के ठहरने की व्यवस्था हनुमतधाम स्थित सेल्टर हाउस में कर दी गई। अधिकारियों के आदेश पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। -किरनपाल सिंह, इंस्पेक्टर सदर बाजार