सीआरपीएफ के पूर्व जवान को सिर कूचकर मार डाला, पत्थरों के नीचे छुपाया शव Bareilly News
पीलीभीत बाईपास स्थित मार्बल हाउस के बाहर लाश मिली। वहां से चंद कदम दूर खून से सनी ईंट मिली है। सुबह लाश तुलाशेरपुर के मार्बल दुकानदार ने देखी।
बरेली, जेएनएन : पुलिस राजेंद्रनगर में सिर कूचकर मार डाले गए सत्संगी दंपती का केस सुलझा भी नहीं सकी थी कि शहर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) के एक पूर्व जवान की ईंट से सिर कूचकर हत्या कर दी गई। बारादरी के संजयनगर में ट्रांसफार्मर वाली गली निवासी अवधेश की पीलीभीत बाईपास स्थित मार्बल हाउस के बाहर लाश मिली। वहां से चंद कदम दूर खून से सनी ईंट मिली है। सुबह लाश तुलाशेरपुर के मार्बल दुकानदार ने देखी। उसी ने पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने शिनाख्त कराने का प्रयास किया लेकिन कोई पहचान नहीं पाया। तब, पुलिस ने लाश पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दी। देर शाम परिजन तलाशते हुए इज्जतनगर थाने पहुंचे तो फोटो देखकर पहचान कर ली। साफ हुआ कि लाश एफसीआइ के रिटायर कर्मचारी ज्ञान प्रकाश के बेटे अवधेश (29) की है, जो सीआरपीएफ का पूर्व जवान था। वह चार भाइयों में दूसरे नंबर के थे। शुक्रवार रात वह घर से बिना बताए निकले और लापता हो गए। शनिवार सुबह तक घर नहीं पहुंचे। इज्जतनगर के इंस्पेक्टर केके वर्मा ने बताया कि हत्या के पीछे कारण जानने का प्रयास किया जा रहा है।
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एक से अधिक थे हत्यारे
पीलीभीत बाईपास पर सीआरपीएफ का पूर्व जवान का शव मिलने और उसकी शिनाख्त होने के बाद पुलिस फिलहाल उलझी दिखाई दे रही है। हां, हत्या की बात साफ है। यह भी तय है कि हत्यारे एक से अधिक हैं। जहां, शव मिला है, वहां संघर्ष के निशान भी हैं।
पुलिस ने हत्या को लेकर परिजनों से बात की है लेकिन वे कुछ साफ नहीं कर पा रहे हैं। परिजनों का कहना है कि अवधेश की किसी से रंजिश नहीं थी। सवाल उठ रहा है कि आखिर उसे किसने और क्यों मार डाला? वह मोबाइल भी घर ही छोड़ गया था। मृतक शराब का आदी था। पुलिस पता कर रही है कि वह किन लोगों के साथ रहता और पीता था। इसके बाद ही हत्या का राजफाश होने की संभावना है।
गश खाकर गिरे पिता
बेटे अवधेश के शव की फोटो देख पिता इज्जतनगर थाने में गश खाकर गिर पड़े। इंस्पेक्टर ने उन्हें पानी पिलवाया फिर ढांढस बंधाया। बड़े भाई नीरज कोटेदार हैं। उन्होंने बताया कि अवधेश 2010 में सीआरपीएफ में नौकरी करते थे। फरवरी 2013 में उसकी शादी शाहजहांपुर में तिलहर की रचना देवी से हुई। शादी के एक महीने बाद ही उसने नौकरी छोड़ दी। इस दौरान बेटा उदयन हुआ जो अब तीन साल का है। पति के नौकरी छोड़ने के बाद रचना निजी स्कूल में पढ़ाने लगी। इसी दौरान अवधेश शराब के लती हो गए थे।
नौकरी छोड़ने पर बढ़ गया था गुस्सा
परिजनों ने बताया कि नौकरी छोड़ने के बाद अवधेश बात-बात पर गुस्सा करने लगे थे। नौकरी के लिए समझाने पर भाई और पिता समेत पूरे परिवार से दूरी बना ली। वह पत्नी व बच्चों को भी बात नहीं करने देता था।
कंट्रोल रूम में दर्ज कराई थी शिकायत
परिजनों ने बताया कि अवधेश अक्सर गायब हो जाता था। शुक्रवार शाम को वह निकला लेकिन देर रात तक नहीं लौटा। सुबह परिजनों को पता चला तो चिंता शुरू हुई।
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