Corona Warrior: 17 दिन हो गए पापा को नहीं देखा लेकिन उन पर पूरा शहर कर रहा नाज Bareilly News
17 दिन हो गए और मैंने पापा को नहीं देखा..। जाने क्या खाते होंगे कब सोते होंगे.. बस बात ही हो पाती है कभी-कभी।
बरेली, जेएनएन। 17 दिन हो गए और मैंने पापा को नहीं देखा..। जाने क्या खाते होंगे, कब सोते होंगे.. बस बात ही हो पाती है कभी-कभी। वे 29 तारीख से सुभाषनगर के संक्रमित युवक और फिर उसके परिवार के इलाज में अपनी टीम के साथ जुटे हैं। सोमवार का दिन तो हमारी जिंदगी का सबसे खास दिन रहा। मैं तो बेटी हूं। बचपन से ही पापा मेरे प्रेरणास्रोत रहे, पर जिस धैर्य-समर्पण और सेवाभाव से उन्होंने टीम के साथ एक चिकित्सक का धर्म निभाते हुए बरेली के पहले संक्रमित युवक और उनकी पत्नी को कोरोना वायरस के संक्रमण से मुक्त कर दिया, वह अविस्मरणीय है। आज पूरा शहर उन पर नाज कर रहा है..।’
यह कहना है जिला अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. वागीश वैश्य की बेटी शिवांगी का। उन्होंने फेसबुक पर भी अपने मनोभावों को शब्दों में उकेरा। लिखा- ‘गर्व की बात है कि मैं आपकी बेटी हूं।’ शहर के एक मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही शिवांगी ने जागरण से विशेष बातचीत में कहा कि आपको जानकर शायद थोड़ा अजीब लगेगा कि उन्हें संक्रमित परिवार के लोगों की इतनी चिंता है कि खुद के माता-पिता की दवा दिलाना भी भूल गए। याद दिलाया तो व्यवस्था हुई।
डॉ. वागीश वैश्य अपनी टीम के साथ 29 तारीख से शहर के एक होटल में क्वारंटाइन हैं और उनका परिवार स्टेट बैंक कॉलोनी में। उनकी सक्रियता की देन है दो मरीज तो ठीक होकर घर भी चले गए। इसका पता चलते ही उनकी बेटी शिवांगी ने पापा को बधाई देकर फेसबुक पर पोस्ट शेयर की। डॉ. वागीश ने बताया कि यह मेरे जीवन का यह सबसे अच्छा पल रहा है।