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नवाबगंज में एसडीएम-सीओ को पथराव कर खदेड़ा

बरेली/नवाबगंज : शनिवार से शुरू हुए प्रधानी चुनाव के पहले चरण में ही बवाल हो गया। बसपा के एमएलसी केसर

By Edited By: Published: Sat, 28 Nov 2015 09:34 PM (IST)Updated: Sat, 28 Nov 2015 09:34 PM (IST)
नवाबगंज में एसडीएम-सीओ को पथराव कर खदेड़ा

बरेली/नवाबगंज : शनिवार से शुरू हुए प्रधानी चुनाव के पहले चरण में ही बवाल हो गया। बसपा के एमएलसी केसर सिंह व नवाबगंज चेयरमैन शहला ताहिर के प्रत्याशियों के समर्थक आमने-सामने आ गए। आरोप था कि फर्जी वोट डलवा रहे थे। बवाल के बाद पुलिस ने लोगों को खदेड़ने की कोशिश की तो समर्थकों ने पथराव कर दिया। एसडीएम, सीओ समेत कई अफसर समेत फोर्स को दौड़ा लिया। बाद में आक्रोशित पुलिस ने गलियों में जाकर समर्थकों पर लाठियां फटकारी। कार्यालयों में भी बैठे लोगों को भी दौड़ाया। इसमें कई चोटिल हो गए। डीएम व एसएसपी ने भी स्थिति का जायजा लिया। करीब दो घंटे मतदान बंद रहा।

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नवाबगंज के प्राथमिक स्कूल ईद जागीर में मतदान चल रहा था। साथ ही पास के उच्च प्राथमिक विद्यालय में भी वोट पड़ रहे थे। करीब दो बजे प्रधान प्रत्याशी ओमा देवी के समर्थक व दूसरे प्रत्याशी जाकिर अली के प्रत्याशी एक-दूसरे पर फर्जी वोट डालने का आरोप लगाने लगे। जाकिर अली के समर्थकों ने कहा कि एमएलसी केसर सिंह के पैड पर लिखने के कारण लोगों को वोट डालने दिया जा रहा है जबकि उनके लोगों को वोट नहीं डालने दे रहे। इतनी ही देर में समर्थकों को पता लगा कि प्राथमिक स्कूल में भी फर्जी मतदान हो रहा है तो वह जाकर वोट डाल रहे लोगों से भिड़ गए। लाइन में लगे लोगों के साथ मारपीट शुरू कर दी। मामला बढ़ गया। पुलिस ने मामला शांत किया तो एक पक्ष के समर्थक स्कूल की छत पर चढ़कर पथराव करने लगे। इस दौरान अफरातफरी मच गई। बूथ पेटियों को सुरक्षित किया जाने लगा। एसडीएम आरएन पांडेय, सीओ नरेश कुमार फोर्स के साथ पहुंचे लेकिन इनके पास इंतजाम कम होने के कारण पथराव करने वाले भारी पड़ गए। टीम को वहां से दौड़ना पड़ा। कुछ देर बाद एडीएम प्रशासन अरुण कुमार भी पहुंचे। सभी ने मोर्चा संभाल लिया। टीम ने पुलिस के साथ दोनों प्रत्याशियों के कार्यालय में छिपे पथराव करने वाले लोगों पर लाठियां फटकारी। गलियों में लोगों को भी दौड़ाया। इसी दौरान दारोगा राज सिंह ने भीड़ को काबू में करने के लिए फायर किया। घंटों बाद पुलिस प्रशासन ने मामला शांत किया। उसके बाद डीएम गौरव दयाल, एसएसपी धर्मवीर यादव भी पहुंचे। उन्होंने पूरे मामले की जानकारी ली। आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने वोटिंग शुरू करवाई। बाद में वंचित लोगों को पर्ची के जरिए बूथों पर भेजा गया। देर शाम तक गांव में अफरातफरी का माहौल रहा। लोग पुलिस के डर से घरों में कैद रहे। दूसरी तरह बूथ कैप्च¨रग के भय से जल्दी ही मतपेटियां सुरक्षित स्थानों पर भेजने का क्रम शुरू हो गया। बवाल करने वाले आरोपियों पर पुलिस कार्रवाई करने से बचती रही। नेताओं के समर्थक होने के कारण अधिकारियों के पास फोन पहुंच गए। दूसरा पक्ष नवाबगंज चेयरमैन शहला ताहिर से जुड़ा बताया जा रहा है।


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