112 निगेटिव, एसआरएमएस कर्मी समेत तीन संक्रमित
बरेली जेएनएन प्रवासियों का आना कम हुआ तो संक्रमण शहर और यहां के अस्पतालों में भर्ती लोगों में निकलने लगा। बीते चार दिनों में शहर के अलग-अलग मुहल्लों के सात लोग जबकि एल-2 अस्पताल एसआरएमएस में भर्ती चार लोग संक्रमित आ चुके हैं। मंगलवार को आई 115 रिपोर्ट में 112 निगेटिव जबकि एसआरएमएस में भर्ती एक प्रसूता कासगंज की एक महिला मरीज और अस्पताल का एक कर्मचारी पॉजिटिव आया है।
बरेली, जेएनएन: प्रवासियों का आना कम हुआ तो संक्रमण शहर और यहां के अस्पतालों में भर्ती लोगों में निकलने लगा। बीते चार दिनों में शहर के अलग-अलग मुहल्लों के सात लोग जबकि एल-2 अस्पताल एसआरएमएस में भर्ती चार लोग संक्रमित आ चुके हैं। मंगलवार को आई 115 रिपोर्ट में 112 निगेटिव, जबकि एसआरएमएस में भर्ती एक प्रसूता, कासगंज की एक महिला मरीज और अस्पताल का एक कर्मचारी पॉजिटिव आया है। आइसोलेशन वार्ड में भी सफाई करता था संक्रमित
कोविड-19 एल-2 अस्पताल एसआरएमएस में काम करने वाला संक्रमित बीते 14 दिन से अस्पताल में ही क्वारंटाइन था। दो शिफ्ट में अस्पताल कर्मचारी कार्य कर रहे हैं। इसके चलते वापस काम पर लाने से पहले इसका सैंपल कराया गया। मंगलवार को इसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। स्वास्थ्य विभाग की सर्विलांस टीम के अनुसार कर्मचारी में संक्रमण कहां से आया इसकी चेन तलाशी जा रही है। आशंका है कि वह अस्पताल की सफाई के दौरान किसी के संपर्क में आ गया हो। बांसमंडी की रहने वाली प्रसूता पांच जून को हुई थी भर्ती
एसआरएमएस अस्पताल में भर्ती बांसमंडी की प्रसूता का सैंपल छह जून को लिया गया था। वह पांच जून को भर्ती हुई थी और अगले दिन उसने बच्चे को जन्म दिया था। उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद बच्चे को भी उससे अलग कर दिया गया है। साथ ही उसके संपर्क में रहे परिजनों को भी क्वारंटाइन किया जा रहा है। अभी तक यह पता नहीं चल सका है कि कोरोना संक्रमण उस तक कैसे पहुंचा। पैरालाइसिस का इलाज कराने आई थी कासगंज की महिला
कासगंज के थाना ढोलना के गांव नगला टांडा निवासी महिला को पैरालाइसिस का अटैक पड़ा था। उसे कासगंज के एक अस्पताल से एंबुलेंस के जरिए एसआरएमएस में लाया गया था। छह जून को ही महिला की सैंपलिग हुई थी। कंटेनमेंट जोन बनेगा बांस मंडी क्षेत्र
बांस मंडी निवासी प्रसूता के संक्रमित आने के बाद उसके संपर्क तलाशे जाने लगे। वह पांच जून को ही अपने घर से आकर एसआरएमएस में भर्ती हुई थी। इसके चलते बास मंडी क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन बनाया जाएगा। फिर उलझी संक्रमण की चेन की गुत्थी
साहूकारा, हजियापुर और रामवाटिका के संक्रमितों तक संक्रमण कहां से पहुंचा। इसकी गुत्थी अब तक नहीं सुलझ पाई थी कि दो और मरीज सामने आ गए। बांस मंडी की प्रसूता और एसआरएमएस का कर्मचारी कैसे संक्रमित हुआ, अब तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है। आशंका जताई जा रही है कि प्रसूता पूर्व में भी किसी अस्पताल में दिखाने गई हो वहां पर किसी के संपर्क में आने से संक्रमित हुई हो। वर्जन
मंगलवार को आइ 115 सैंपल की रिपोर्ट में तीन संक्रमित मिले हैं। इनमें से एक महिला की कासगंज की रहने वाली है। वहां की टीम को इसकी जानकारी दे दी गई है। वहीं बांस मंडी और अस्पताल का स्टाफ कैसे संक्रमित हुआ, इसकी चेन तलाशी जा रही है।
- डॉ. रंजन गौतम, जिला सर्विलांस अधिकारी कोविड-19