बरेली में बंद दुकान से 106.85 क्विटल खाद्यान्न गायब, मुकदमा
गरीबों के हिस्से का गेहूं-चावल राशन माफिया निगल रहा है। वितरण के लिए रखा 106.85 क्विटल गेहूं और चावल कोटे की बंद दुकान से गायब हो गया। 20 कार्डधारकों ने नेकपुर के सीसी स्टोर में संचालित कोटे की दुकान के सचिव की कारगुजारी खोलकर रख दी। पूर्ति निरीक्षकों ने कोटे की दुकान के ताले तुड़वाकर स्टाक और दस्तावेजों का मिलान कराया तो गोलमाल का पता चला। डीएम नितीश कुमार के निर्देश पर कोतवाली में आवश्यक वस्तु अधिनियम का मुकदमा दर्ज किया गया है।
बरेली, जेएनएन: गरीबों के हिस्से का गेहूं-चावल राशन माफिया निगल रहा है। वितरण के लिए रखा 106.85 क्विटल गेहूं और चावल कोटे की बंद दुकान से गायब हो गया। 20 कार्डधारकों ने नेकपुर के सीसी स्टोर में संचालित कोटे की दुकान के सचिव की कारगुजारी खोलकर रख दी। पूर्ति निरीक्षकों ने कोटे की दुकान के ताले तुड़वाकर स्टाक और दस्तावेजों का मिलान कराया तो गोलमाल का पता चला। डीएम नितीश कुमार के निर्देश पर कोतवाली में आवश्यक वस्तु अधिनियम का मुकदमा दर्ज किया गया है।
नेकपुर में सीसी स्टोर के सचिव आलोक कुमार शुक्ल उर्फ अनोखे लाल उचित दर की दुकान चलाते हैं। समिति ने 13 जुलाई तक खाद्यान्न वितरण नहीं किया, जबकि पांच जुलाई से वितरण शुरू होना चाहिए था। करीब 20 कार्डधारकों ने जिला पूर्ति अधिकारी कार्यालय तक शिकायत पहुंचाई। 13 जुलाई पूर्वाह्न 11 बजे बाबू सुनील कुमार और कपिल कुमार के निरीक्षण में दुकान बंद मिली। सचिव अनोखे लाल का मोबाइल फोन भी बंद मिला। दुकान पर स्टाक व रेट बोर्ड, समिति के सदस्यों के नाम आदि नदारद थे। ये भी नहीं लिखा मिला कि किन कारणों से दुकान को बंद किया है। कार्डधारकों के बयान में सामने आया कि दुकान महीने में एक या दो बार ही खुलती है। पूर्ति विभाग की तरफ से सचिव के खिलाफ नोटिस जारी किया गया।
जुलाई में किसी को नहीं मिला राशन
पूर्ति विभाग की छानबीन में 13 जुलाई दोपहर 1.18 बजे आनलाइन ट्रांजेक्शन रिपोर्ट में 336 कार्डो के सापेक्ष किसी पर भी ट्रांजेक्शन नहीं मिला। मकान मालिक के जरिये विक्रेता ने पूर्ति निरीक्षक से कहा कि वह 14 जुलाई को कार्यालय आएगा, लेकिन आया नहीं। इसके बाद दुकान पर नोटिस चस्पा कराई कि 15 जुलाई सुबह 10 बजे कार्यालय में अपना पक्ष रखें। इस नोटिस चस्पा के साथ दुकान को सील किया गया।
राशन तो तब मिले, जब दुकान खुले
पूर्ति निरीक्षक ने देवकुमारी, लक्ष्मी देवी, कलावती, गुंजन, रामा देवी, रामदेई, कुसुम देवी, माखन देई समेत 20 कार्डधारकों के बयान दर्ज किए। उन्होंने कहा कि दुकान महीने में सिर्फ दो से तीन दिन ही खुलती है। इसलिए राशन भी नहीं मिलता। विक्रेता ठीक व्यवहार भी नहीं करते।
ताले तुड़वाकर हुई जांच, नहीं मिले कांटा-बाट
पूर्ति निरीक्षक ने मढ़ीनाथ के दूसरे कोटेदार अनिल कुमार को साथ लेकर आलोक कुमार की दुकान के ताले तुड़वाए। दुकान के अंदर 5.5 क्विटल गेहूं, 30 किग्रा चावल, ई-पास मशीन एवं उसका चार्जर मिला। दुकान में कांटा-बाट व दस्तावेज मौजूद नहीं थे। अनियमितता की पुष्टि होने पर मौके पर सुपुर्दगीनामा तैयार कर खाद्यान्न को निकट के उचित दर विक्रेता मुख्तार अहमद को सौंपा गया।
62.09 क्विटल गेहूं, 44.76 क्विटल चावल नहीं मिला
मई, जून और जुलाई 2021 के ई-चालान एवं खाद्यान्न वितरण की एमआइएस रिपोर्ट की समीक्षा में गड़बड़ी मिली। पात्र गृहस्थी कार्डधारकों को वितरण के लिए 67.59 क्विटल गेहूं होना चाहिए था, लेकिन मौके पर 5.5 क्विटल गेहूं ही मिला। करीब 62.09 क्विटल गेहूं मौके से गायब था। वहीं 45.06 क्विटल चावल की जगह सिर्फ 0.3 क्विटल चावल ही मिला। 44.76 क्विटल चावल गायब था। जुलाई का वितरण शून्य रहा। इसके बाद पूर्ति निरीक्षक रश्मि ने कोतवाली में तहरीर दी।
वर्जन
पूर्ति निरीक्षक की रिपोर्ट में राशन वितरण में अनियमितता सामने आई। इसके बाद आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत एफआइआर दर्ज कराने के निर्देश जारी किए हैं।
- नितीश कुमार, डीएम