कागजों पर हो रही मसौली ओवरहेड टैंक से जलापूर्ति
-जनप्रतिनिधि और अफसरों का दावा मसौली में संचालित हो रही टंकी -ढाई हजार घरों में पानी
-जनप्रतिनिधि और अफसरों का दावा मसौली में संचालित हो रही टंकी
-ढाई हजार घरों में पानी का कनेक्शन नहीं
-जिला प्रशासन की अनदेखी से ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा पानी संवादसूत्र, मसौली (बाराबंकी) : जनप्रतिनिधि और अफसरों का दावा है कि मसौली की ओवरहेड टैंक से जलापूर्ति हो रही है और लोगों को पानी भी मिल रहा है। इन दावों की हकीकत जानी गई तो पता चला कि सात वर्षों से निर्मित ओवरहेड टैंक से जलापूर्ति हुई ही नहीं। आज तक किसी घर में पानी का कनेक्शन तक नहीं दिया गया है। सवाल उठ रहा है कि यदि संचालित हुई तो पानी कहां जा रहा था। जल निगम के इस कारनामे को जिला प्रशासन ढक रहा है। जिले में ओवरहेड टैंक खराब पड़े और अधिकांश ओवरहेड टैंक कागजों पर चल रहे हैं। जिससे लोगों को शुद्ध पानी नसीब नहीं हो पा रहा है। जिससे अरबों की संपत्ति धूल फांक रही है। यह सब जिला प्रशासन की अनदेखी से हो रहा है। गर्मियां आने को हैं, लेकिन टैंकों के संचालन के लिए प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। मसौली में निर्मित ओवरहेड टैंक बीते सात वर्ष से कागजों पर संचालित हो रही है। संचालन होने का दावा जल निगम और जनप्रतिनिधि कर रहे हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। देखा गया कि मसौली में पाइप लाइन जगह-जगह फटी हुई है। यहां के ढाई हजार परिवारों को अभी तक एक भी कनेक्शन नहीं दिया गया है। यह पानी की टंकी चार लाख लीटर की क्षमता की थी। यह पानी की टंकी 15 हजार लोगों को पानी पहुंचाने की क्षमता है लेकिन यह क्षमता सिर्फ कागजों पर है। हकीकत में आज भी ग्रामीण दूषित पानी पीने पर मजबूर हैं।
ग्रामीणों ने कहा, अफसर कर रहे पानी में भी घोटाला : मसौली के हाफिज गुलाम, सुलतान, शिवचंद्र, शिव कैलाश बताते हैं कि जब पानी की टंकी निर्मित हो रही थी तो सभी ने सोचा था कि शुद्ध पानी मिल जाएगा। जिससे लोग स्वस्थ्य और बीमार कम रहेंगे। ऐसा नहीं हुआ, यह पानी की परियोजना अधिकारियों की भेंट चढ़ गई। कनेक्शन भी नहीं दिए गए। पाइप लाइन भी मसौली कस्बे में नहीं बिछाई गई है। शिकायत के बावजूद भी अफसरों ने इधर ध्यान नहीं दिया। जबकि जनप्रतिनिधि दावा कर रहे हैं कि मसौली की पानी की टंकी संचालित हो रही है। ओवरहेड टैंक के ऑपरेटर रामसजीवन ने बताया कि लोगों ने पानी का कनेक्शन लिया ही नहीं तो कैसे पानी की टंकी संचालित हो। वहीं मसौली के जमशेद किदवई बताते है कि जल निगम के अवर अभियंता ने प्रधान से ओवरहेड टैंक को हैंडओवर लेने का बहुत दबाव बनाया लेकिन प्रधान ने साफ कह दिया कि जब तक दो माह पानी की टंकी से जलापूर्ति नहीं हो जाती, तब तक हैंडओवर नहीं ली जाएगी।
कोट
मसौली ओवरहेड टैंक में कम पैसा मिला था, इसलिए अभी आंशिक रूप से पानी की टंकी से जलापूर्ति की जा रही है। यदि इस समय पानी की टंकी बंद है तो जांच कराई जाएगी, अभी तक यह जलापूर्ति हो रही थी।
-केबी गुप्ता, अधिशासी अभियंता, जल निगम, बाराबंकी।