सरयू नदी में पानी बढ़ा, खाली कराया गया कहारनपुरवा गांव
विधायक व अधिकारियों ने तटवर्ती गांवों में भ्रमण कर लिया जायजा तेज हवा के साथ बारिश ने बढ़ाई समस्या कई झोपड़ियां ध्वस्त
बाराबंकी : सरयू नदी (घाघरा) में पानी खतरे के निशान से ऊपर निरंतर बढ़ रहा है। मंगलवार को शाम चार बजे खतरे के निशान 106.070 मीटर के सापेक्ष करीब आधा मीटर ऊपर 106.526 मीटर तक पहुंच गया। सिरौलीगौसपुर, रामनगर व रामसनेहीघाट तहसील क्षेत्र के दो दर्जन से ज्यादा तटवर्ती गांव बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। गांवों की फसलें पानी में डूब गई हैं। बारिश से कई लोगों की झोपड़ियां ढह गईं। बाढ़ से बचाव के लिए सनावां के निकट स्पर बनाने का काम भी ठप हो गया है।
सिरौलीगौसपुर क्षेत्र की ग्राम पंचायत सनावां के मजरे कहारनपुरवा गांव को पूरी तरह खाली करा लिया गया। 28 परिवारों को रानीमऊ-अलीनगर तटबंध पर पहुंचाया गया है। सनावां के अलावा भैरोकोल गांव में भी पानी भर गया है।
जिन लोगों के परिवार तटबंध पर आए हैं उनमें ग्राम सनावां के राज कुमार, प्रमोद, विजय प्रताप, छोटू, आलोक कुमार, अरविद व राजेंद्र, कहारनपुवा के सालिगराम, नंदलाल, राजकुमार, राजेंद्र, रामबक्श, दुर्गेश, बेचू, मंगाला, कमलेश, दिनेश, बालकराम, राम औतार, शांति, इकबाल, फूलकला, बब्लू, लव कुमार, मंझेला, बुद्धू, चंद्रसेनन व बल्दी के नाम शामिल हैं।
एसडीएम सिरौलीगौसपुर प्रतिपाल सिंह ने बताया कि वह ट्रैक्टर से कहारनपुवा गांव तक पहुंचे क्योंकि सभी रास्तों पर पानी भरने से अन्य वाहनों का पहुंचना नामुमकिन हो गया। कहारनपुरवा के 12 परिवार कटान के ²ष्टिगत स्कूल में रह रहे थे, लेकिन अब उन्हें भी अन्य परिवारों के साथ तटबंध पर पहुंचा दिया गया है। तिरपाल वितरित किए गए हैं। राशन किट भी दी जाएगी। बाढ़ के पानी से घिरे गांवों के लोगों के आवागमन के लिए नावों की व्यवस्था कराई गई है। तटबंध पर स्वास्थ्य विभाग की टीम भी डॉ. संतोष कुमार के नेतृत्व में पहुंची और बाढ़ प्रभावित लोगों को दवाइयां बांटी।
तोड़ रहे पक्का घर : तहसील रामनगर क्षेत्र में संजय सेतु के निकट कोरिनपुरवा गांव में पानी घुसने से लोग घरों की ईंटें खोदकर बाहर ले जा रहे हैं। राकेश ने बताया कि दो साल से नदी गांव की जमीन काट रही है। इस बार कटान से बच पाना संभव नहीं। इसलिए कोरिनपुरवा का पक्का मकान तीन दिन से तोड़वाकर मलबा सुरक्षित स्थान पर ले जा रहे हैं।
मूसलाधार बारिश में ढही झोपड़ियां : मंगलवार को तेज हवा के साथ मूसलाधार बारिश के चलते कोरिनपुरवा गांव के सुनील, हरिवंश, सुरेश व मंगरे की झोपड़ियां ढह गईं। अनाज व पशुओं का चारा भूसा भी भीग गया। जैनपुरवा, तपेसिपाह, मल्लाहनपुरवा, परसादी पुरवा, बुधई पुरवा गांव के खेतों में तथा हरीनरायणपुर अइमा, सिसोंडा, दुर्गापुर, खुर्दा, फुलवरिया, लहड़हरा, जंगू सिंह पुरवा, लोहटी पसई, मीतपुर, गोबरहा गांव तक पानी पहुंच गया है। विधायक शरद कुमार अवस्थी ने एसडीएम आनंद वर्धन के साथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का भ्रमण किया। सूरतगंज क्षेत्र के हेतमापुर, कचनापुर, सुंदर नगर, मदरहा व लालपुरवा आदि गांवों के रास्तों पर पानी भर गया है। लोग नाव से आवागमन करने लगे हैं। सीएचसी सूरतगंज के अधीक्षक डॉ.राजर्षि त्रिपाठी ने टीम के साथ बाढ़ क्षेत्र का दौरा किया और लोगों को दवा वितरित की।
रामसनेहीघाट तहसील के बाढ़ प्रभावित बांसगांव, कमियार, असवा व लिहार क्षेत्र का भ्रमण तहसीलदार तपन मिश्र ने किया। उन्होंने बताया कि जिन गांवों में पानी भर जाता है, वहां के ग्रामीणों को तटबंध पर बसाया जाएगा। नदी के दक्षिणी किनारे पर कोइलावर, गोनौली, जलालपुर, ढेमा व टिकरी में नदी की बाढ़ का पानी भरने लगा है। ऐसे में नावों की व्यवस्था कराई गई है। तहसीलदार ने लिया बाढ़ की स्थिति का जायजा
सूरतगंज : सरयू (घाघरा) नदी के जलस्तर में वृद्धि के बाद दोपहर बाद तहसीलदार रामदेव निषाद ने राजस्व विभाग की टीम के साथ कचनापुर व सुंदरनगर गांव पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और लोगों को सुरक्षित स्थान पर पलायन करने को कहा। साथ ही लेखपालों को सभी सुविधाएं मुहैया करने के निर्देश दिए हैं। सरयू नदी का पानी गांव की ओर बढ़ने करने लगा है। तहसीलदार नाव से नाले को पारकर कचनापुर गांव पहुंचे थे। आज एंडौरा आएंगे डीएम
सूरतगंज : राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन स्वयं सहायता समूह की ओर से चल रही महिला किसान सशक्तीकरण परियोजना को बढ़ावा देने व महिलाओं का हौसला बढ़ाने के लिए बुधवार को जिलाधिकारी सूरतगंज ब्लॉक के एंडौरा गांव पहुंचेंगे। उनके साथ सीडीओ मेधा रूपम व एसपी डॉ.अरविद चतुर्वेदी व प्रशासनिक अमला भी रहेगा। यह जानकारी यंग प्रोफेशनल मोनू श्रीवास्तव ने दी।