डैमेज कंट्रोल में जुटे निवर्तमान प्रधान
कोटवाकला कोनागांव सिसवारा सिपहिया खजूरगांव मित्तई कासिमगंज रीवां रतनपुर जैसी काफी पंचायतें इस बार चक्रानुक्रम आरक्षण की जद में आ गई हैं। इन पंचायतों का आरक्षण बदल गया है। वहीं करीब 15 नई पंचायतें इस बार महिलाओं के लिए आरक्षित हुई हैं।
बाराबंकी : कई पंचायतों में आरक्षण बदल जाने के बाद निवर्तमान प्रधान अब डैमेज कंट्रोल में जुटे हैं। आरक्षण बदलने से समर्थकों में निराशा न हो और वोट बैंक पर पकड़ भी बनी रहे इसको लेकर रणनीति बनाई जा रही है। इसके लिए आरक्षण के अनुसार विकल्पों की भी तलाश तेज है।
कोटवाकला, कोनागांव, सिसवारा, सिपहिया, खजूरगांव, मित्तई, कासिमगंज, रीवां रतनपुर जैसी काफी पंचायतें इस बार चक्रानुक्रम आरक्षण की जद में आ गई हैं। इन पंचायतों का आरक्षण बदल गया है। वहीं, करीब 15 नई पंचायतें इस बार महिलाओं के लिए आरक्षित हुई हैं। इन पर निवर्तमान प्रधान पंचायत में अपना रुतबा बनाए रखने के लिए घर की महिलाओं की दावेदारी की तैयारी करा रहे हैं। सबसे ज्यादा धर्मसंकट सामान्य या ओबीसी से अनुसूचित जाति में तब्दील हुई पंचायतों में है। इनमें कुछ में कई प्रधान कई बार चुने जा चुके हैं। दोबारा मौका मिलने की आस में निवर्तमान प्रधानों नें पंचायतों के विकास में भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ी थी। अब इन प्रधानों को डर है कि अगर एक बार प्रधानी विरोधी खेमे में चली गई तो दोबारा मौका आने पर काफी दिक्कत होगी। इसी के चलते इन पंचायतों में ऐसे लोगों की तलाश जारी है जो खेमे में रहकर अपनी दावेदारी कर सके। इसके लिए इन दिनों गांवों में बैठकों और राय मशविरे का दौर भी जारी है।
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पंचायत चुनाव : चौकीदार करेंगे पंचायतों की निगरानी
बाराबंकी : अब पंचायत चुनाव में हर एक गतिविधियों की निगरानी चौकीदार करेंगे। इसके लिए चौकीदारों को पाठ पढ़ाया जा रहा है। एसपी यमुना प्रसाद के निर्देश पर आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से कराने के उद्देश्य से सर्किल के थानों पर तैनात चौकीदारों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
सीओ नवीन कुमार सिंह ने बताया कि प्रत्येक थाने पर आयोजित बैठक में चौकीदारों से अवैध रूप से कच्ची शराब के कारोबार में लगे लोगों को चिन्हित कर उनकी गोपनीय सूचना देने को कहा गया है।