संवाद सूत्र, बाराबंकी। पांच दिन पहले छात्र-छात्राओं से भरी बस ओवर स्पीड के कारण पलट गई थी। इसमें तीन बच्चों सहित चार की मौत हो गई थी और 35 से अधिक विद्यार्थी घायल हुए थे। इस मामले की जांच शासन स्तर से शुरू हो गई है। संयुक्त शिक्षा निदेशक के नेतृत्व में तीन सदस्यीय जांच टीम गठित की गई है। वहीं, जिले स्तर पर हुई जांच में पाया गया कि शिक्षक रास्ते में ही बस से उतर गए थे।
उनके उतरते ही चालक बेअंदाज हो गया और ओवर स्पीड बस चलाने लगा था, जिस कारण हादसा हुआ।
सूरतगंज के हरक्का स्थित कंपोजिट विद्यालय के शिक्षक ज्ञानेश कुमार, दीपक यादव, हंसराज, ओमकार, अनिरुद्ध और अनामिका निजी बस से छात्र-छात्राओं को लखनऊ स्थित चिड़ियाघर शैक्षिक भ्रमण कराने गए थे। बस में करीब 42 बच्चे और छह शिक्षक, चालक और कंडेक्टर सवार थे।
लखनऊ से आते समय तीन अप्रैल की शाम देवा के सलारपुर के पास सामने बाइक आ जाने के कारण बस पलट गई थी, जिसमें कंडेक्टर और तीन बच्चों की मौत हो गई थी। 35 से अधिक बच्चे घायल हुए। गंभीर घायल दो बच्चों और बाइक सवार का लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर किया गया था। इसकी जांच जिलाधिकारी ने कराई। जांच में पता चला कि शैक्षिक भ्रमण से जाने से पहले शिक्षकों ने बीईओ को जानकारी नहीं दी।
लौटते समय रास्ते में ही शिक्षक उतर गए। ओवर स्पीड होने के कारण बस पलटी और घिसटती चली गई, जिससे चार लोगों की मौत हुई। अगर हेडमास्टर सहित अन्य शिक्षक बस में मौजूद रहते तो चालक बस ओवर स्पीड में बस न चलाता। चालक पर शिक्षकों का दबाव रहता। शिक्षक यदि बच्चों को शैक्षिक भ्रमण पर ले गए थे, तो उन्होंने जहां से बच्चों को बिठाया था, वहीं सकुशल उतारना भी था, लेकिन शिक्षकों ने ऐसा नहीं किया।
यह जांच रिपोर्ट जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने तैयार कर ली है। सभी आरोपित शिक्षकों पर कार्रवाई हो सकती है। अब शासन के निर्देश पर निदेशालय से तीन सदस्यीय टीम गठित कर दी गई है, जिसमें संयुक्त शिक्षा निदेशक गणेश प्रसाद सहित तीन अधिकारी शामिल हैं।
हेड मास्टर ने दर्ज कराया था मुकदमा
देवा के सलारपुर में हुए भीषण हादसे के मामले में हरक्का कंपोजिट विद्यालय के हेड मास्टर ज्ञानेश कुमार वर्मा ने मोहारी थाना मोहम्मदपुर खाला के बस चालक पंकज वर्मा पर बस को तेजी गति में चलाने व लापरवाही की वजह से हादसे का आरोपित मानते हुए मुकदमा दर्ज कराया था।
सहमे हुए बच्चे, नहीं जा रहे स्कूल
बस हादसे को गुजरे पांच दिन हो गए हैं, लेकिन उसका दृश्य छात्र-छात्राएं भूल नहीं पा रहे हैं। कंपोजिट विद्यालय हरक्का प्रतिदिन खुल रहा है, लेकिन बस में मौजूद रहे बच्चे सहमे हुए हैं। वे स्कूल नहीं आ रहे हैं। तुलसीपुर निवासी घायल अंशू, क्योलीपुर निवासी किरन, अंजली, सरिता, विनीता, हरक्का के सौरभ व अंकुश, मदरहा के शिवम, शिवांगी, लवली, सुमित, मनीष आदि घायल हुए बच्चे अब भी डरे हुए हैं।
जिले स्तर पर हुई जांच में शिक्षकों की लापरवाही सामने आई है। शिक्षक रास्ते में ही उतर गए थे। अब शासन के निर्देश पर निदेशालय से तीन सदस्यीय टीम गठित की गई है। रिपोर्ट के आधार पर जो दोषी होगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी।
- संतोष देव पांडेय, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, बाराबंकी।