गर्लफ्रेंड के लिए खाली कर डाला पिता का खाता, एक साल में उड़ाए 2.13 लाख
एक साल के दौरान 2.13 लाख रुपये पेटीएम के जरिये निकल गए। साइबर सेल की तफ्तीश में बेटे का नाम आया सामने।
बाराबंकी(जेएनएन)। यहां एक चौकाने वाला मामला सामने आया है। एक युवक ने गर्लफ्रेंड व दोस्तों के लिए ऑनलाइन बैंकिंग का इस्तेमाल कर पिता के ही खाते से 2.13 लाख रुपये निकाल लिए। पिता को शक व हो इसलिए मोबाइल के मैसेज भी डिलीट करता रहा। साइबर सेल की तफ्तीश में जब बेटे का नाम सामने आया तो खाताधारक ने कार्रवाई से इंकार कर दिया।
ये है पूरा मामला
दरअसल, फतेहपुर थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी अरविंद सिंह का शहर में स्थित एक निजी बैंक में खाता है। करीब दो सप्ताह पहले उन्होंने एसपी से शिकायत की थी कि उनके खाते से एक साल के दौरान 2.13 लाख रुपये पेटीएम के जरिये निकल गए। एसपी ने मामले की तफ्तीश साइबर सेल को दी। सेल प्रभारी अनूप यादव और सिपाही अंकित भूषण सिंह मामले की तफ्तीश में जुटे। साइबर सेल ने पेटीएम कंपनी से अरविंद के खाते का विवरण लिया तो पता चला कि अलग-अलग मोबाइल नंबर से पेटीएम एकाउंट बनाकर तीन अलग-अलग बैंक खातों में रुपये ट्रांसफर किए गए हैं।
दोस्तों के मोबाइल से पेटीएम एकाउंट बनाकर निकाले रुपए
एसपी वीपी श्रीवास्तव ने बताया कि जब साइबर सेल ने उन नंबरों को खंगाला तो करीब एक सप्ताह की मशक्कत के बाद इस पूरे मामले को अंजाम देने वाले युवक हिमांशु का नाम सामने आया। हिमांशु खाताधारक अरविंद सिंह का पुत्र ही है। हिमांशु ने पुलिस को बताया कि उसने सीतापुर से पॉलीटेक्निक का कोर्स किया है। वह अपने और दोस्तों के मोबाइल से पेटीएम एकाउंट बनाकर एक वर्ष से कभी एक हजार तो कभी 10 अथवा 15 हजार रुपये अपने दोस्तों के खाते में ट्रांसफर करके निकाल रहा था।
पिता को न हो शक, इसलिए मैसेज करता था डिलीट
पिता के मोबाइल से बैंक के मैसेज अपने मोबाइल पर ट्रांसफर कर बाद में डिलीट कर देता था। पिता के दिए हुए खर्च से उसका काम नहीं चलता था इसलिए वह ऐसा करता था और अपनी गर्लफ्रेंड और दोस्तों पर खर्च करता था। एसपी ने बताया कि इस राजफाश के लिए साइबर सेल को पांच हजार रुपये का पुरस्कार दिया गया है।