नागरिकों ने पाटा हाइवे के सर्विस मार्ग का गड्ढा
स्द्गह्म1द्बष्द्ग ह्मश्रड्डस्त्र ढ्डह्वद्बद्यह्ल स्द्गह्म1द्बष्द्ग ह्मश्रड्डस्त्र ढ्डह्वद्बद्यह्ल स्द्गह्म1द्बष्द्ग ह्मश्रड्डस्त्र ढ्डह्वद्बद्यह्ल स्द्गह्म1द्बष्द्ग ह्मश्रड्डस्त्र ढ्डह्वद्बद्यह्ल स्द्गह्म1द्बष्द्ग ह्मश्रड्डस्त्र ढ्डह्वद्बद्यह्ल स्द्गह्म1द्बष्द्ग ह्मश्रड्डस्त्र ढ्डह्वद्बद्यह्ल स्द्गह्म1द्बष्द्ग ह्मश्रड्डस्त्र ढ्डह्वद्बद्यह्ल स्द्गह्म1द्बष्द्ग ह्मश्रड्डस्त्र ढ्डह्वद्बद्यह्ल स्द्गह्म1द्बष्द्ग ह्मश्रड्डस्त्र ढ्डह्वद्बद्यह्ल स्द्गह्म1द्बष्द्ग ह्मश्रड्डस्त्र ढ्डह्वद्बद्यह्ल स्द्गह्म1द्बष्द्ग ह्मश्रड्डस्त्र ढ्डह्वद्बद्यह्ल
बाराबंकी : लखनऊ अयोध्या हाइवे के सर्विस मार्ग पर खुदा पड़ा गड्ढा ग्रामीणों ने श्रमदान कर बंद किया। यह गड्ढा हादसे का सबब बना था। वाहन सवार कई लोग गिरकर जख्मी हो गए थे। साइकिल से विद्यालय जाने वाले छात्र छात्राओं का आवागमन दुश्वार था।
बाराबंकी-सतरिख मार्ग पर दराम नगर गाव के निकट हाइवे पर ओवर ब्रिज बना है। इसी के नीचे दोनों तरफ सर्विस मार्ग है। बाराबंकी की ओर अपने सर्विस मार्ग पर कई महीने से काफी गहरा और बड़ा गड्ढा खुदा पड़ा था। जिसे दुरुस्त कराने के प्रति जिम्मेदार विभाग के अधिकारी उदासीन थे। जबकि प्राय: बाइक और साइकिल सवार गिरकर जख्मी होते थे। कई मालवाहक वाहन पलट चुके थे। दराम नगर गांव निवासी ओंकार नाथ वर्मा की अगुवाई में दिलीप कुमार, कमलेश कुमार आदि लोगों ने ईंट पत्थर जुटाकर रविवार की शाम को गड्ढे को बंद कर दिया। इसके बाद आवागमन आसान हो गया।