दूर-दूर तक है छेदानगर की संपन्नता के चर्चे
सतरिख (बाराबंकी) : बंकी ब्लॉक के छेदानगर गांव में शहर जैसी सुविधाएं हैं। जिला मुख्यालय स
सतरिख (बाराबंकी) : बंकी ब्लॉक के छेदानगर गांव में शहर जैसी सुविधाएं हैं। जिला मुख्यालय से पांच किलोमीटर दूर गांव में रेठ नदी के तटपर नवनिर्मित हनुमान जी के भव्य मंदिर से इसे अलग पहचान मिली है। यह गांव स्वयं ग्राम पंचायत है। यहां की आबादी 24 सौ और मतदाताओं की संख्या 14 सौ है। गांव के अधिकांश लोग खेती कर समृद्धशाली बनें हैं।
इन पर है नाज
छेदानगर गांव में करीब दस लोग विभिन्न विभागों में सरकारी सेवा में हैँ। इसमें कुछ लोग उच्च पदों पर हैं। दूर दराज के क्षेत्रों में इन्हीं के नाम से गांव जाना जाता है। ग्रामीणों के एक जुट होकर बनवाए गए भव्य मंदिर पर कई गांवों के लोग माथा टेकने आते हैं। यह है खूबी
यहां एक आदर्श समेत चार तालाब हैं। आदर्श तालाब गांव से सटा है। गांव के लोग मेंथा के बाद अब केला की उन्नतशील खेती कर रहे हैं। खेती ही उनका मुख्य पेशा है। कई किसान उन्नतशील खेती कर औरों के लिए प्रेरणा जैसे हैं। आधारभूत ढांचा
गांव में 26 इंडिया मार्का हैंडपंप हैं। कुओं का अस्तित्व समाप्ति की ओर है। अधिकांश परिवारों के पक्के मकान हैं। शौचालय भी बने हैं। लोग इनका प्रयोग करते हैं। बैंक ऑफ इंडिया की शाखा है। पूर्व माध्यमिक व प्राथमिक विद्यालय, आंगनबाड़ी केंद्र, पंचायत भवन, खेल कूद मैदान भी है। गांव लखनऊ फैजाबाद बाइपास मार्ग से यह गांव दो किलोमीटर दूर है। सतरिख-बाराबंकी मार्ग गांव से होकर जाता है। उपलब्धियां
यहां अधिकांश घरों तक जाने के लिए पक्की सड़कें हैं। कुछ मार्गों पर खड़ंजा लगा है। लोगों के पास पर्याप्त जमीन व लग्जरी वाहन हैं। कुछ लोगों ने हाल ही में अपनी जमीनों का कुछ हिस्सा बेच डाला है। जिस पर प्ला¨टग जारी है। जो जमीन बची है उस पर विभिन्न प्रजातियों की फसलें उगाकर आय बढ़ाई जा रही है। यह हो तो बने बात
प्रधान वीरेंद्र कुमार का कहना है कि डाकघर, स्वास्थ्य उपकेंद्र, हाईस्कूल तक कन्या विद्यालय बन जाए तो और बेहतर होगा। किसान व अधिवक्ता उदय राज ¨सह का कहना है कि मेंथा फसल मुख्य है। अब कई लोगों ने केले की खेती शुरू की है। मैं भी उन्नतशील खेती कर रहा हूं।