किसान-महिला और युवा को साधने की कोशिश
जागरण संवाददाता बाराबंकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैसे तो अपने संबोधन में सभी वर्गों को साधने की कोशिश की। लेकिन उनका ज्यादा फोकस किसान महिला और युवाओं पर रहा। उन्होंने केंद्र सरकार की ओर से महिलाओं के हित में सरकार की ओर से किए गए उपलब्धिपरक कार्य तो गिनाए ही साथ ही उद्योगों की संभावना पर प्रदेश सरकार के प्रयासों का जिक्र कर युवाओं के भविष्य को लेकर फिक्रमंदी दिखाई।
बाराबंकी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैसे तो अपने संबोधन में सभी वर्गों को साधने की कोशिश की। लेकिन उनका ज्यादा फोकस किसान, महिला और युवाओं पर रहा। उन्होंने केंद्र सरकार की ओर से महिलाओं के हित में सरकार की ओर से किए गए उपलब्धिपरक कार्य तो गिनाए ही, साथ ही उद्योगों की संभावना पर प्रदेश सरकार के प्रयासों का जिक्र कर युवाओं के भविष्य को लेकर फिक्रमंदी दिखाई।
बाराबंकी जिले की पहचान खेती और बुनकर उद्योग के रूप में होती है। यहां के एक जिला-एक उत्पाद में दुपट्टा चयनित है। इस कारोबार से खासी संख्या में बुनकर परिवार जुड़े हैं। करीब चार लाख से अधिक किसान हैं। इसके अलावा यहां के करीब 18 लाख मतदाताओं में आठ लाख से ज्यादा संख्या महिला और इतनी ही युवा मतदाताओं की है। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने ग्रामीण महिलाओं के हित में काम करने वाली आजादी के बाद की पहली सरकार बताया। कहा, उज्ज्वला के तहत जहां ग्रामीण महिलाओं को चूल्हे के धुएं से निजात दिलवाई वहीं शौचालय का लाभ भी ज्यादातर ग्रामीण महिलाओं को देने का काम किया गया। इसके अलावा पीएम आवास की रजिस्ट्री महिला के नाम कराने, मिशन इंद्रधनुष के तहत टीकाकरण, जन-धन योजना के तहत खाते खोलने, महिला स्वयं सहायता समूहों को लाभ देने और आशा-एएनएम के वेतन में वृद्धि, मुफ्त बीमा योजना और सौभाग्य योजना में महिलाओं को प्राथमिकता दिए जाने की बात कही। किसानों की बात करते हुए कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल अगर देश के पहले प्रधानमंत्री होते तो किसानों का अकल्पनीय विकास होता। किसानों की आय बढ़ाने की कोशिश की जा रही है। किसान सम्मान निधि इन्हीं प्रयासों में से एक है। सरदार सरोवर पर स्थापित सरदार पटेल की विशालकाय प्रतिमा का जिक्र करते हुए कहा कि आज अगर अपना दल के संस्थापक सोनेलाल पटेल होते तो वे सबसे ज्यादा खुश होते। इससे जातीय समन्वय भी बनाने की कोशिश। वहीं बेरोजगारी से युवाओं को निजात दिलाने को लेकर भी फिक्रमंदी दिखाई। कहा-बाराबंकी, मोहनलालगंज और रायबरेली में उद्योगों की पूरी संभावनाएं हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस दिशा में तत्पर हैं। केंद्र सरकार भी इंफ्रास्ट्रक्चर की मजबूती पर जोर दे रही है।