जागा प्रशासन, रोपवाए सूख रहे पौधे
नौ अगस्त को जिले में चुनावी मोड़ पर अभियान चलाकर लक्ष्य से अधिक 45 लाख पौधे रोपे जाने का प्रशासन की ओर से दावा किया गया था। जागरण की पड़ताल में विभिन्न विभागों की ओर से पौधे रोपे जाने के बजाय कई स्थानों पर सूखते रखे मिले थे। इस संबंध में जागरण ने 23 अगस्त के अंक में धरा खाली दम तोड़ रही हरियाली शीर्षक से सचित्र खबर प्रकाशित की थी। इसका संज्ञान लेकर डीएम ने डीएफओ को पौधों को रोपित और संरक्षित कराने के निर्देश दिए थे। सख्ती के बाद आनन-फानन में कई स्थानों पर पौधे रोप दिए गए और कुछ स्थानों पर हटा दिए। सूखे पौधों की जगह नए हरे पौधे भी वन विभाग ने दिए।
बाराबंकी : नौ अगस्त को जिले में चुनावी मोड़ पर अभियान चलाकर लक्ष्य से अधिक 45 लाख पौधे रोपे जाने का प्रशासन की ओर से दावा किया गया था। जागरण की पड़ताल में विभिन्न विभागों की ओर से पौधे रोपे जाने के बजाय कई स्थानों पर सूखते रखे मिले थे। इस संबंध में जागरण ने 23 अगस्त के अंक में 'धरा खाली दम तोड़ रही हरियाली' शीर्षक से सचित्र खबर प्रकाशित की थी। इसका संज्ञान लेकर डीएम ने डीएफओ को पौधों को रोपित और संरक्षित कराने के निर्देश दिए थे। सख्ती के बाद आनन-फानन में कई स्थानों पर पौधे रोप दिए गए और कुछ स्थानों पर हटा दिए। सूखे पौधों की जगह नए हरे पौधे भी वन विभाग ने दिए। सूरतगंज सीएचसी परिसर में रखे सूख रहे पौधे रविवार को रोपे गए, हालांकि सूख चुके कुछ पौधे परिसर में पड़े नजर आए। हैदरगढ़ क्षेत्र में महराजगंज रोड पर बहुता गांव की सड़क किनारे स्थित अवधेश कुमार अवस्थी व टिकरा गांव के मोड़ पर सालिक रामग रावत के घर के सामने जो पौधे रखे थे उन्हें रोपवा दिया गया। डिप्टी रेंजर आरपी सिंह का कहना है कि सभी पौधे अब रोपित करा दिए गए हैं। हालांकि, दरियाबाद के मुरारपुर व दरियाबाद-भिटरिया मार्ग के किनारे सूख रहे पौधों को बचाने के अब तक प्रयास नहीं किए गए हैं। इनसेट-
''पौधों को रोपित करने के बजाए रखे जाने के मामले में लापरवाही बरतने वालों को चिन्हित करने के साथ ही सभी पौधों को रोपित कराने का निर्देश डीएफओ को दिया गया था। रोपे गए पौधों के संरक्षण के बारे में भी निर्देश दिए गए हैं।''
डॉ. आदर्श सिंह, जिलाधिकारी बाराबंकी