शारीरिक दूरी का पालन करते हुए श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
-शहर के शिव मंदिरों में शारीरिक दूरी का ध्यान में रखते हुए भक्तों ने की पूजा अर्चना
बाराबंकी : सावन के तीसरे सोमवार को शहर के शिवालयों में भक्तों का तांता रहा। मॉस्क लगाकर अधिकतर श्रद्धालु जलाभिषेक करने पहुंचे। लेकिन, रामनगर क्षेत्र के लोधेश्वर महादेव मंदिर के कपाट भक्तों के लिए बंद रहे। श्रद्धालुओं ने बाहर से ही दर्शन किया।
शहर के कैलाश आश्रम मंदिर में सैनिटाइज कराने के बाद ही श्रद्धालुओं को मंदिर परिसर में प्रवेश दिया गया है। कंकड़ेश्वर मंदिर, नागेश्वर नाथ मंदिर, दूधेश्वर महादेव मंदिर, लखपेड़ाबाग स्थित शिव मंदिर में श्रद्धालुओं ने पहुंचकर जलाभिषेक किया। सुबह से ही मंदिर में श्रद्धालु शारीरिक दूरी का ध्यान में रखकर कतारबद्ध होकर खड़े रहे।
प्रवेश द्वार पर ही की पूजा अर्चना : लोधेश्वर महादेवा मंदिर कपाट बंद होने से संत कबीरनगर के पूर्व सांसद शरद त्रिपाठी को भी बाहर से दर्शन कर लौटना पड़ा। उनके साथ परिवारजन व भाजपा किसान मोर्चा के उपाध्यक्ष रामबाबू द्विवेदी भी थे।
दायित्व निर्वहन से बच रहा प्रशासन : रामबाबू द्विवेदी ने मंदिर के कपाट पूरी तरह बंद किए जाने पर डीएम डॉ. आदर्श सिंह को फोन कर आपत्ति भी जताई। कहा कि गाइड लाइन में उचित शारीरिक दूरी का अनुपालन कराते हुए मंदिर में श्रद्धालुओं के दर्शन की बात कही गई है। ऐसे में सावन के सोमवार में लोधेश्वर महादेव के दर्शन से श्रद्धालुओं को वंचित करना ठीक नहीं हैं।
हैदरगढ़ तहसील क्षेत्र में गोमती नदी के किनारे स्थित अवसानेश्वर महादेव मंदिर के भी कपाट बंद रहे। भक्तों ने मंदिर की चौखट पर माथा टेक अपनी आस्था व्यक्त की। हैदरगढ़ कस्बा स्थित रामेश्वरम शिवाला पर श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की।
नगर पंचायत सिद्धौर स्थित श्री सिद्धेश्वर नाथ मंदिर में सावन के तीसरे सोमवार को भी भक्तों की भीड़ रही। जलाभिषेक कर बेलपत्र, दूध, गंगाजल, अक्षत व फूल चढ़ाकर पूजा-अर्चना की।