सीएम के 'ऑपरेशन कायाकल्प' पर अफसरों की चुप्पी
-डीपीआरओ भी सिर्फ पत्राचार तक ही सीमित संवादसूत्र, बाराबंकी : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद 'ऑप
-डीपीआरओ भी सिर्फ पत्राचार तक ही सीमित संवादसूत्र, बाराबंकी : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद 'ऑपरेशन कायाकल्प' को लेकर जिलाधिकारियों और जिला पंचायत राज अधिकारियों को पत्र भेजा था। इस पत्र पर अफसरों ने चुप्पी साध ली, अधिकारियों ने स्वयं को सिर्फ पत्राचार तक ही सीमित रखा। जिला स्तर से मॉनीट¨रग न होने के कारण अभी तक कार्ययोजना नहीं बनाई जा सकी है।
सीएम योगी ने 28 मार्च 2018 को प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों और डीपीआरओ को चिट्ठी लिखी थी। यह चिट्ठी 'ऑपरेशन कायाकल्प' के नाम से थी। इसमें मुख्यमंत्री ने लिखा था कि हर गांव में ग्राम निधि से पुस्तकालय, एएनएम सेंटर, पंचायत घरों का कायाकल्प, स्कूलों में व्यवस्था तथा मरम्मत जैसे कार्यों पर पैसा खर्च कर गांव का विकास कराया जाए। इस ओर न तो जिला प्रशासन ने ध्यान दिया और न ही जिला पंचायत राज अधिकारी ने विस्तृत कार्ययोजना ही बनाई। इस चिट्ठी को पहले तो अधिकारियों ने दबाए रखा, लेकिन अधिक दिनों तक यह चिट्ठी दबी नहीं रह पाई। अब सवाल उठ रहा है कि मुख्यमंत्री की चिट्ठी को भी जिले के अफसर दबा दे रहे हैं तो आम व्यक्ति की शिकायत और समस्या दबाना इनके बाएं हाथ का खेल है। इनसेट : तकनीकी खराबी का हवाला देकर बच रहे अधिकारी
'ऑपरेशन कायाकल्प' की कार्ययोजना केंद्र सरकार से विकसित सॉफ्टवेयर प्लान प्लस पर अपलोड होनी थी, लेकिन सचिव कार्ययोजना को अपलोड नहीं करा रहे हैं। कारण है कि जिला प्रशासन और डीपीआरओ इस पर सख्ती नहीं अपना रहे हैं। सीएम योगी की चिट्ठी को अफसर नजरअंदाज कर रहे हैं।
प्रभारी जिला पंचायत राज अधिकारी अनिल कुमार ने बताया कि प्लान प्लस पर तकनीकी खराबी आने से कार्ययोजना फीड नहीं हो पा रही है। जल्दी ही फीड कराकर स्कूलों में फर्नीचर और गांवों में पुस्तकालय खोले जाएंगे।