'मीरा की शादी' ने दिया बाल विवाह का संदेश
-छात्राओं ने निकाली रैली, गांव पहुंचकर किया नुक्कड़ नाटक -सीएम को बालिकाओं ने लि
-छात्राओं ने निकाली रैली, गांव पहुंचकर किया नुक्कड़ नाटक
-सीएम को बालिकाओं ने लिखा पत्र, बाल विवाह पर हो कड़ाई से पालन
संवादसूत्र, बाराबंकी : 'मीरा की शादी' का नुक्कड़ नाटक गांव वालों को झकझोर के रख दिया। नाटक समाप्त होने के बाद ग्रामीणों ने संकल्प लिया कि वे अपने बेटियों की शादी बाल्यावस्था में नहीं करेंगे। प्रतियोगिता भी आयोजित हुई और छात्राओं ने रैली निकाल कर लोगों को जागरूक भी किया।
कस्तूरबा गांधी आवास विद्यालय बंकी में बाल विवाह जैसी भयावह कुरीतियों को जड़ से खत्म करने के प्रयास में रैली निकाली गई। रैली को अध्यक्ष सोनिया देवी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। छात्राओं ने 'बेटी ब्याहो अभी नहीं, 18 की उम्र सही' 'पढ़ाई-लिखाई की उम्र है, बाल विवाह जुर्म है' आदि स्लोगन को पढ़ते हुए वार्डेन पूनम मिश्रा के नेतृत्व में मिश्रापुर गांव पहुंची। यहां 'मीरा की शादी' नामक शीर्षक से दुर्दशा को मंचन में दर्शाया गया। चार्ट प्रतियोगिता में कक्षा आठ की बालिका प्रियंका यादव प्रथम, कक्षा छह की वंदना द्वितीय और प्रिया कक्षा सात को तृतीय स्थान मिला, जिन्हें वार्डेन और अध्यक्ष ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया। बच्चों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा कि बाल विवाह पर प्रति प्रबंध लगाए, और बाल विवाह से हमको बचाओ। इस मौके पर उत्कर्षा रस्तोगी, शालिनी ¨सह, रेखा, राज किशोर, सोनी और संजू मौजूद रहे।