मेस मैनेजर के हाथों में दी गई थानों के मेस की कमान
हेड कांस्टेबल को बनाया जाएगा मैनेजर। हर माह इनकी जिम्मेदारी बदल दी जाएगी।
बाराबंकी : थानों में संचालित मेस की कमान एक जुलाई से मेस मैनेजर के हाथ दे दी गई। दशकों से मेस फॉलोवर संचालित कर रहे थे। पुरानी व्यवस्था के साथ एसपी ने कोरोना काल को देखते हुए खाने का नया मेन्यु भी तैयार कराया है। इसमें काढ़ा भी शामिल किया गया है, ताकि मातहतों की प्रतिरोध क्षमता में बढ़ सके।
प्रत्येक थानों पर वहां तैनात पुलिसकर्मियों के भोजन के लिए मेस संचालित होती है। नियमानुसार इस मेस का प्रबंधन मेस मैनेजर करता है, पर समय के साथ-साथ मैनेजर की जगह फालोवर ने ले ली। करीब-करीब सभी थानों की मेस में फॉलोवर ही पूरी व्यवस्था देखते हैं। पुलिस अधीक्षक डॉ. अरविद चतुर्वेदी ने न केवल पुरानी व्यवस्था को बहाल की है, बल्कि मेन्यु में समयानुसार आवश्यक बदलाव भी किए हैं।
पहली बार मिले 50 हजार एडवांस : पुलिसकर्मियों ने बताया कि पहली बार मेस संचालन के लिए पुलिस अधीक्षक स्तर से 50-50 हजार रुपये बतौर अग्रिम धनराशि दी गई है। यही नहीं जिन थानों में पुलिसकर्मियों की संख्या कम है उसमें यह धनराशि कुछ कम भी है। इसके अतिरिक्त एसपी ने अपनी तरफ से एक अथवा दो क्विटल आटा भी दिया गया है। एक जुलाई से यह व्यवस्था शुरू कर दी गई है।
प्रत्येक माह बदलेंगे मैनेजर : एएसपी आरएस गौतम ने बताया कि मेस मैनेजर हेड कांस्टेबल को बनाया गया है। प्रत्येक माह यह जिम्मेदारी बदल दी जाएगी और दूसरे पुलिसकर्मी को मैनेजर बनाया जाएगा। अब सभी थानों में मैनेजर तैनात कर दिए गए हैं। अग्रिम दी गई धनराशि का लेखाजोखा रखा जाएगा।