ब्रह्मा के अवतार हैं भगवान राम : राम¨ककर
संवादसूत्र, हैदरगढ़ (बाराबंकी): मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम ब्रह्मा के अवतार हैं। ईश्वर दो रू
संवादसूत्र, हैदरगढ़ (बाराबंकी): मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम ब्रह्मा के अवतार हैं। ईश्वर दो रूप में विद्यमान है। सगुण और निर्गुण दोनों एक दूसरे के पूरक हैं, ¨कतु निर्गुण की अपेक्षा सामान्य जन को सगुण रूप की उपासना करने से ईश्वर भक्ति सहज सुलभ होती है। यही कारण है कि भक्ति मार्ग में सगुण ईश की प्रधानता है।
यह विचार कुरुक्षेत्र आश्रम से आए राम¨ककर मिश्रा ने ग्राम नरौली में आयोजित चतुर्थ मानस सम्मेलन में रखा। बाबा प्रेमदास कुटी के महंत लालता दास नें ईश्वर के दो रूपों की चर्चा करते हुए कहा कि दोनों की उपासना से ईश्वर की प्राप्ति की जा सकती है। अवधी सम्राट हरि नारायण तिवारी ने महाराज दशरथ के पुत्र मोह का वर्णन करते हुए कहा कि विश्वामित्र अपने यज्ञ की रक्षा को लोकहित मानकर दशरथ के पास आए लेकिन वह इसे न समझ पाए और कहा कि राजा का अज्ञान दूर होने पर राम लक्ष्मण को सहर्ष सौंप दिया। डॉ. कृष्ण कुमार मिश्र ने विश्वामित्र और धनुष यज्ञ प्रसंग का वर्णन करते हुए कहा कि विश्वामित्र उस समय के परम विद्वानी थे। यही कारण है कि जब दशरथ उनके आगमन का समाचार सुनते हैं तब वे राज दरबार के साथ उनके स्वागत के लिए आते हैं। कथा न्यास स्वामी दीन, राम अश्वमेघ ने यज्ञ का वर्णन किया। मंच संचालन रामेश्वर प्रसाद द्विवेदी एवं आभार नंद कुमार मिश्र ने जताया।