जिस दादी मां ने पाला-पोसा, वही पौत्र बना हत्यारा
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बाराबंकी : जिस पौत्र का पालन-पोषण कर दादी ने बड़ा किया था। वही पौत्र शराब के नशे में इतना वहशी हो गया कि अपनी पालनहार दादी की ही नृशंस हत्या कर दी। दादी का दोष मात्र इतना था कि वह अपने कलयुगी पौत्र को सिर्फ शराब का सेवन न करने के लिए समझा रही थी। यह वारदात पूरे गांव में चर्चा का विषय बनी हुई है।
बड्डूपुर थाना क्षेत्र के ग्राम बकरापुर निवासी सुरेश गौतम के दो बच्चे थे। जिनमें एक पुत्री व दूसरा पुत्र अजय पाल है। सुरेश की पत्नी करीब 15 वर्ष पहले घर छोड़कर चली गई थी। तब दोनों बच्चे मात्र दस व आठ वर्ष के थे। जिनका पालन पोषण उनकी दादी कलावती ने किया। कलावती ने दोनों बच्चों को उनकी मां की कमी अखरने नहीं दी। दोनों का विवाह हुआ। पौत्री अपने ससुराल में है। अजय की पत्नी व अपने दोनों बच्चों के साथ सीतापुर महमूदाबाद स्थित मायके गई हुई थी। सब कुछ ठीक चल रहा था, लेकिन कुछ माह पूर्व वह गलत संगत में आकर शराब के नशे का लती हो गया। जिसके चलते वह आए दिन लोगों से मारपीट व गाली गलौज करने लगा जिससे परिवार भी परेशान रहता है। आखिरकार यह नशा अजय पर इतना चढ़ गया कि उसने अपनी पालनहार दादी मां को ही मौत के घाट उतार दिया।
खाना खिला रही थी दादी : पिता सुरेश ने बताया कि अजय बजार से एक किलो मुर्गे का मीट लाया था। विवाद के बाद वह खेत चला गया था, लेकिन जब हत्या के बाद वह लोग अंदर पहुंचे तो अजय की थाली रखी थी जिसमें थोड़ा खाना खाया गया था। जिससे स्पष्ट है कि पौत्र को खाना खिलाते समय दादी समझा रही थी, तभी अजय ने अनर्थ कर डाला।