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20 अक्टूबर तक बतानी होंगी स्कूलों की कमियां

बाराबंकी जिले के 3016 परिषदीय विद्यालयों में कमियों को दूर करने के लिए शासन ने 20 अक्टूबर तक चिन्हित कमियों की सूची मांगी है। शासन से जारी पत्र में अल्टीमेटम दिया गया है कि विद्यालयों के कायाकल्प के लिए डाटा प्रेरणा एप पर अपलोड करा दिया जाए।

By JagranEdited By: Published: Thu, 10 Oct 2019 11:25 PM (IST)Updated: Thu, 10 Oct 2019 11:25 PM (IST)
20 अक्टूबर तक बतानी होंगी स्कूलों की कमियां

बाराबंकी : जिले के 3016 परिषदीय विद्यालयों में कमियों को दूर करने के लिए शासन ने 20 अक्टूबर तक चिन्हित कमियों की सूची मांगी है। शासन से जारी पत्र में अल्टीमेटम दिया गया है कि विद्यालयों के कायाकल्प के लिए डाटा 'प्रेरणा एप' पर अपलोड करा दिया जाए। इसके लिए बीएसए ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे स्कूलों से संपर्क कर निर्धारित समय से पहले ही प्रेरणा एप से स्कूलों की कमियों को चिन्हित कर ऑनलाइन भेजें। ताकि ऑपरेशन कायाकल्प से व्यवस्थाएं सही कराई जा सकें। विद्यालयों के कायाकल्प से रंग-रोगन, संसाधन और भवन का मरम्मतीकरण कराया जा सके। इससे बच्चों को स्कूल कान्वेंट से बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराया जा सके। ताकि स्कूलों में बच्चों की संख्या अधिक बढ़े और स्कूल को इको फ्रेंडली बनाया जा सके। विद्यालयों की सूचना देने के लिए जिलाधिकारी डॉ. आदर्श सिंह ने भी बीएसए को कड़ा पत्र लिखा है कि स्कूलों की कमियां बताकर एप पर अपलोड की जाएं। एमडीएम की गतिविधियां अपलोड की जाएं : अपर मुख्य सचिव ने पत्र में लिखा है कि स्कूलों में बन रहे एमडीएम की गतिविधियां प्रेरणा एप पर अपलोड की जाएं, ताकि उनकी मॉनीटरिग की जा सके। प्रतिदिन खाना बनाने और खिलाने की फोटो सहित विवरण दर्ज किया जाए। इसके लिए 15 अक्टूबर तक एमडीएम संबंधी सूचनाएं मांगी गई हैं। प्रेरणा एप से ही दिया जाए अवकाश : अभी तक शिक्षक छुट्टी के लिए प्रधानाध्यापक या फिर एनपीआरसी को बताकर गोल हो जाते थे। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी वीपी सिंह ने बताया कि शिक्षकों के अवकाश प्रकरण का निस्तारण केवल ऑनलाइन व्यवस्था के जरिए ही किया जाएगा। अब मैनुअल या ऑफलाइन अवकाश नहीं दिया जाएगा। इस प्रकार शिक्षकों को देय समस्त अवकाश जैसे-आकस्मिक अवकाश, चिकित्सा अवकाश, मातृत्व, बाल देखभाल आदि अवकाश की स्वीकृति सिर्फ ऑनलाइन ही मिलेगी।

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