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गाजियाबाद के गिरोह ने की थी मोबाइल शॉप में चोरी

- गिरोह के तीन सदस्य गिरफ्तार, सरगना सहित दो फरार - जेल भेजे गए तीनों आरोपित, सरगना की तलाश में पु

By JagranEdited By: Published: Tue, 17 Jul 2018 12:13 AM (IST)Updated: Tue, 17 Jul 2018 12:13 AM (IST)
गाजियाबाद के गिरोह ने की थी मोबाइल शॉप में चोरी
गाजियाबाद के गिरोह ने की थी मोबाइल शॉप में चोरी

- गिरोह के तीन सदस्य गिरफ्तार, सरगना सहित दो फरार

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- जेल भेजे गए तीनों आरोपित, सरगना की तलाश में पुलिस

संवादसूत्र, बाराबंकी : पुलिस चौकी के बगल मोबाइल शॉप से हुई चोरी की सनसनीखेज वारदात को गाजियाबाद से आये चोरों के गिरोह ने अंजाम दिया था। इस वारदात को अंजाम देने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि उसका सरगना सहित एक अन्य शातिर सदस्य भाग निकले। फरार एक आरोपित जिला पंचायत सदस्य भी है। मालूम हो कि 27 जून की रात कोतवाली नगर के मुहल्ला पीरबटावन निवासी नियाज अहमद की मोबाइल शॉप से करीब दस लाख कीमत के मोबाइल सेट चोरी हो गए थे। यह दुकान सिटी पुलिस चौकी से सटी हुई है जहां एसपी ने भी पहुंचकर घटना स्थल का जायजा लिया था। सर्विलांस के मदद से आखिरकार कई दिन चोरी गए मोबाइलों की लोकेशन गाजियाबाद और दिल्ली मिली थी। एसपी वीपी श्रीवास्तव ने आरोपितों को पकड़ने व बरामद करने के लिए टीम को गाजियाबाद रवाना किया था। जहां स्थानीय पुलिस की मदद से तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया गया। पकड़े गए आरोपितों में गाजियाबाद के मंसूरी थाना क्षेत्र के वार्ड नं पांच यासीन गढ़ी दासना निवासी मोहम्मद शादाब, वार्ड आठ निवासी आमिर और इसी थाना क्षेत्र के रोहन इनक्लेव दासना टोल प्लाजा निवासी समीर शामिल हैं। चौकी इंचार्ज प्रदीप यादव ने बताया कि गिरोह का सरगना नदीम और एक शातिर चोर फिरोज भनक लगने पर भाग गए। पकड़े गए आरोपितों के पास से चोरी गए पांच मोबाइल बरामद किए हैं।

जिला पंचायत सदस्य है आरोपित : चौकी इंचार्ज प्रदीप ने बताया कि फरार फिरोज जिला पंचायत सदस्य भी है। साथियों की गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही वह मकान में ताला लगाकर परिवार सहित फरार हो गया।

नदीम है मास्टर माइंड : पुलिस ने बताया कि इस गिरोह का मास्टर माइंड नदीम है। जो मोबाइल की आइएमइआइ (इंटरनेशनल मोबाइल इक्यूपमेंट आइडेंटिटी) बदलकर मोबाइल प्रयोग करता और बेचता था। यह चोरी गए एक मोबाइल की तीन बार आइएइआइ बदल चुका था। गाजियाबाद पुलिस का भी यह वांछित है।

एसएसपी के सहयोग से मिली सफलता : पुलिस ने बताया कि एसएसपी गाजियाबाद वैभव कृष्ण के निर्देश पर और एसएचओ मंसूरी उमेश बहादुर ¨सह के सहयोग से ही यह सफलता मिली है। टीम अभी प्रयास कर रही है और जल्द ही और मोबाइल बरामद कर लेगी। साथ ही गाजियाबाद से यहां आकर किस तरह से वारदात को अंजाम दिया इस राज से भी पर्दा उठेगा।


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