परसावल, सेमरी, मांझा रायपुर के बाढ़ पीड़ितों को मिलेगा पीएम आवास
अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायती राज मनोज कुमार ने सरयू नदी के उस पार परसावल गांव का निरीक्षण किया। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास बनने के लिए भूमि को मौके पर जाकर देखा। ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि ऊंचाई वाली जमीनों पर उनके आवास का निर्माण कराया जाएगा।
बाराबंकी : अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायती राज मनोज कुमार ने सरयू नदी के उस पार परसावल गांव का निरीक्षण किया। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास बनने के लिए भूमि को मौके पर जाकर देखा। ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि ऊंचाई वाली जमीनों पर उनके आवास का निर्माण कराया जाएगा।
पूरेडलई ब्लॉक के परसावल गांव में लगभग सात सौ परिवार है। इनमें से 210 परिवार को आवास देने की प्रक्रिया जमीन का निर्धारण न होने पर अधर में लटकी हुई थी। यहां सभी परिवार झोपड़पट्टी या तिरपाल लगा कर रह रहे हैं। सोमवार को दोपहर बाद अपर मुख्य सचिव, उपायुक्त आवास अखिलेश कुमार सिंह के साथ डीडीओ केके सिंह, पीडी भोला नाथ कनौजिया, उपायुक्त मनरेगा नरेंद्र देव द्विवेदी, डीपीआरओ रणविजय सिंह पहुंचे। सबसे पहले गांव में चौपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्याएं सुनी। गांव के राम कैलाश यादव, इंस्पेक्टर यादव, जंगबहादुर, रामदीन ने बताया कि पिछली सरकार में इस गांव का चयन लोहिया गांव के रूप में हुआ था, लेकिन उस समय केवल दो आवास ही बने थे। 2010 में तटबंध कटने के बाद अस्थाई रूप से तटबंध पर ही झोपड़ी बनाकर रह रहे हैं। अब जब आवास मिलने का मौका आया तो जमीन के अभाव से नहीं बन पा रहा है।
लेखपाल नहीं दे पाया नक्शा : नैपुरा में आवास बनने वाली भूमि का अपर मुख्य सचिव ने निरीक्षण किया। यहां बाढ़ पीड़ितों के आवास बनेंगे। लेखपाल से जब मैप मांगा गया तो वह नहीं दिखा पाया। इस पर उन्होंने लेखपाल को कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिन आवास के लाभार्थियों की भूमि ऊंचे स्थानों पर हैं उनके आवास के निर्माण की प्रक्रिया कराई जाए। जमीन जल्द ही पीएम आवास बनाने के लिए मुहैया कराई जाएगी। एसडीएम सिरौलीगौसपुर प्रतिपाल सिंह, बीडीओ सर्वेश तिवारी, एडीओ राघवेंद्र प्रताप, कोतवाल नारद मुनि सिंह मौजूद रहे।