बेसहारा पशु पहुंचा रहे फसलों को नुकसान, आक्रोश
गो आश्रय स्थलों पर अव्यवस्थाओं का बोलबाला ग्रामीणों ने चंदा लगाकर भेजा गोआश्रय केंद्र
बाराबंकी : बेसहारा पशु किसानों के लिए परेशानी का सबब बनते जा रहे हैं। गोआश्रय स्थलों का अधूरा निर्माण, स्थलों पर अव्यवस्थाएं हैं। हरे चारे की व्यवस्था नहीं होने के साथ ही उनके पेयजल और बारिश से बचाव के भी पुख्ता इंतजाम नहीं हैं। इस कारण तमाम पशुओं को गोआश्रय स्थल तक नहीं पहुंचाया जा सका है। इससे बेसहारा पशु खेतों में पहुंचकर किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। इसको लेकर किसानों ने अधिकारियों से शिकायत भी लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात ही रहा। इससे आक्रोशित किसान धरना-प्रदर्शन करने के साथ ही पशुओं को बंद भी करने लगे हैं।
फतेहपुर क्षेत्र की ग्राम पंचायत घेरी व सायपुर में लगभग 50 बीघे की फसलें बेसहारा पशु गोशाला से बाहर निकलकर नष्ट कर चुके हैं। निदूरा क्षेत्र के कस्बा कुर्सी, टिकैतगंज, बड्डूपुर, रीवा-सीवा, सूरतगंज क्षेत्र के हेतमापुर, लालपुर, सूरतगंज, मोहम्मदपुर खाला, झंझरा और हैदरगढ़ कोतवाली क्षेत्र के बहुता, श्रीकृष्णपुर, बेलवा, सुजारा, बनवारगंज में फसलों को बेसहारा पशु नुकसान पहुंचा रहे हैं।
चंदा लगाकर पशुओं का पहुंचाया गोआश्रय स्थल
रामसनेहीघाट तहसील क्षेत्र के रेहरा व मवैया ग्रामसभा के ग्रामीणों ने बेसहारा पशुओं को 28 जुलाई की रात पकड़कर पेंड़ों में बांधकर गोआश्रय केंद्र भेजने की मांग खंड विकास अधिकारी से की थी। सुनवाई न होने पर ग्रामीणों ने चंदा लगाकर पशुओं को गोआश्रय भेजने का प्रयास किया, पर वाहन की अनुमति आड़े आ गई। पूरे दिन अधिकारियों से वार्ता और समय मांगने पर देर शाम बेसहारा पशुओं को वाहन से ले जाने की अनुमति मिली। अनुमति मिलने के पश्चात रेहरा व मवैया गांव के राधेश्याम मिश्र, रामसिंह, श्यामलाल, श्री नारायण पांडेय, राधेश्याम, बैकुंठ नाथ, राजेंद्र कुमार, गंगाराम, अजीत कुमार व जनटू शुक्ला ने वाहन के किराए का प्रबंध कर पशुओं को बठौली गोआश्रय केंद्र भिजवाया। उधर, विशुनपुर क्षेत्र के ग्राम कोढ़वा स्थित गोआश्रय स्थल में अव्यवस्थाओं को लेकर आक्रोशित ग्रामीणों ने 29 जुलाई को गोआश्रय स्थल का घेराव कर प्रदर्शन किया था। शिवप्रकाश, ओमप्रकाश, दीनदयाल, गीता देवी, सुशीला देवी का कहना था कि इस कारण आए दिन पशुओं की मौत हो रही है।