हाईकोर्ट के निर्देश के बाद पुलिस सक्रिय, बहराइच के शिखर हत्याकांड में पूर्व बसपा विधायक गिरफ्तार
बहराइच के युवक शिखर का चार वर्ष पहले अपहरण किया गया। इसके बाद लखनऊ में महानगर क्षेत्र में बसपा के विधायक रहे डॉ. विजय कुमार के आवास में हत्या कर दी गई।
बाराबंकी, जेएनएन। चार वर्ष पहले बहराइच के युवक की हत्या के मामले में नाजमद होने के बाद भी घूम रहे बहुजन समाज पार्टी के पूर्व विधायक को पुलिस ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के निर्देश के बाद गिरफ्तार किया है। पुलिस की इस मामले में सुस्त पड़ी थी और आरोपित पूर्व विधायक के साथ उनकी अधिकारी पत्नी आराम से घूम रहे थे।
बहराइच के युवक शिखर का चार वर्ष पहले अपहरण किया गया। इसके बाद लखनऊ में महानगर क्षेत्र में बसपा के विधायक रहे डॉ. विजय कुमार के आवास में हत्या कर दी गई। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने चार वर्ष पहले हुए शिखर हत्याकांड के बहुचर्चित मामले में नामजद पूर्व बसपा विधायक डॉ. विजय कुमार व उनकी अधिकारी पत्नी मृदुला आनंद को दो सप्ताह के भीतर गिरफ्तार करने के आदेश हाईकोर्ट ने दिए गए थे। इसके बाद कल बदोसराय पुलिस ने पूर्व विधायक को बाराबंकी रेलवे क्रॉसिंग से गिरफ्तार कर लिया है।
बहराइच के बशीरगंज कोतवाली नगर निवासी दिनेश चंद्र श्रीवास्तव के पुत्र शिखर उर्फ राजा की 19 जनवरी 2015 को लखनऊ महानगर में विधायक आवास से अपहरण के बाद हत्या कर दी गई थी। दूसरे दिन शिखर का शव बदोसराय थाना क्षेत्र के रामनगर मार्ग पर बरदरी मरकामऊ गांव के बाहर पड़ा मिला था। मृतक के पिता ने शिक्षक की नौकरी दिलाने के नाम पर लिए गए साढ़े तीन लाख रुपये के विवाद में गोरखपुर के बांसगांव विधानसभा के तत्कालीन बसपा विधायक डॉ. विजय कुमार और उनकी पत्नी मृदुला आनंद (शिक्षा विभाग में अधिकारी) सहित आठ लोगों के खिलाफ हत्या, अपहरण व बलवा का मुकदमा दर्ज कराया था।
पीड़ित का आरोप था मृदृला आनंद जब बहराइच में डीआईओएस के पद पर तैनात थी, तो उसके बेटे शिखर को नौकरी दिलाने के नाम पर साढ़े तीन लाख रुपये लिए थे। पैसा वापस न करना पड़े इसके लिए बेटे की हत्या कर दी गई। पुलिस ने विवेचना के दौरान पूर्व विधायक की पत्नी से शिखर के संबंधों के चलते हत्या के सुबूत इकट्ठा किए थे। पिछले हफ्ते हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने मामले में कड़ा रूख अपनाते हुए एडीजी कानून व्यवस्था को वारदात में नामजद पूर्व विधायक व उनकी शिक्षाधिकारी पत्नी मृदृला आनंद की गिरफ्तारी के लिए 10 दिन का समय दिया था। उच्च न्यायालय के आदेश पर हरकत में आई पुलिस ने पूर्व विधायक को गिरफ्तार कर लिया।
इस मुकदमे की विवेचना कुछ समय के लिए सीबीसीआइडी को भी स्थानांतरित कर दी गई थी, लेकिन बाद में वादी मुकदमा के प्रयास से विवेचना पुन: बदोसराय पुलिस को सुपुर्द कर दी गई। मृतक के पिता दिनेश चंद्र की मृत्यु के बाद मामले की पैरवी मृतक के छोटे भाई शिवम श्रीवास्तव कर रहे हैं। शिवम ने बताया कि हाईकोर्ट के न्यायाधीश दिनेश कुमार ङ्क्षसह ने आदेश दिया था कि मुकदमे के विवेचक एसओ बदोसराय मनोज कुमार शर्मा नामजद आरोपितों को दो सप्ताह में गिरफ्तार करें। ऐसा न होने पर एडीजी लॉ एंड ऑर्डर को अगली तिथि में तलब किया जाएगा। आदेश के बाद से पुलिस विभाग में खलबली मच गई थी।
इसके बाद नामजद विधायक, उनकी पत्नी व प्रकाश में आए अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी गई थी। कल बदोसराय पुलिस ने पूर्व विधायक डॉ. विजय कुमार को रेलवे क्रॉसिंग से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
आरोपी विधायक पर घोषित था 25 हजार का इनाम
चार साल पूर्व हुए इं. शिखर हत्याकांड के मुख्य आरोपी पूर्व विधायक को बाराबंकी शहर से गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था। जहां से उसे जेल कड़ी सुरक्षा में जेल भेजा गया है, आरोपी पर 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित था। आरोपी की पत्नी की गिरफ्तारी को पुलिस लगी है।
- डॉ. सतीश कुमार, पुलिस अधीक्षक