तेज आंधी में गिरा पेड़, दो युवकों की मौत
- तारों पर गिरा पेड़, बिजली भी हुई गुल - तैयार गेहूं की फसल को पहुंचा नुकसान संवादसू
- तारों पर गिरा पेड़, बिजली भी हुई गुल
- तैयार गेहूं की फसल को पहुंचा नुकसान
संवादसूत्र, बाराबंकी : सोमवार को तेज आंधी-पानी जिले में कहर बन कर टूटी। बहन की शादी का निमंत्रण लेकर दोस्त के यहां गए युवक व उसके रिश्तेदार की आंधी-पानी के दौरान पेड़ गिरने से मौके पर मौत हो गई। जबकि कई जगहों पर टिन शेड तेज हवा में उड़ गए। तारों पर पेड़ गिरने से घंटों बिजली आपूर्ति भी बाधित रही।
कोठी: अमेठी जिले के नरेठ गांव निवासी थाना शिवरतन गंज के विकास (18), पुत्र रामचंदर अपने मामा के लड़के राहुल पुत्र बुधराम निवासी लक्षण पुरवा थाना शिवरतन गंज के साथ कोठी थाना क्षेत्र के नसीरपुर गांव अपने दोस्त को अपनी बहन की शादी का कार्ड देने आया था। बहन की शादी 19 अप्रैल को हैदरगढ़ कोतवाली क्षेत्र के बीजापुर गांव निवासी रामानंद के साथ तय थी। दोस्त को कार्ड देकर घर वापस लौटते समय कोठी से औसानेश्वर मार्ग पर कमालाबाद के निकट आंधी से पुराना चिलबिल का पेड़ दोनों पर गिर गया। जिससे दोनों की मौके पर मौत हो गई। वहां मौजूद लोगों ने जब तक पेड़ हटाया तो उनकी मौत हो चुकी थी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
हाईटेंशन लाइनों पर गिरे पेड़, बिजली गुल : तेज आंधी पानी में शहर व ग्रामीण अंचल में कई जगहों पर हाईटेंशन लाइन पर पेड़ गिरने से घंटों बिजली गुल रही। ओबरी बिजली उपकेंद्र के बाहर हाईटेंशन लाइन पर पेड़ गिर गया। जिसके कारण करीब एक घंटा तक बिजली गुल रही। पल्हरी उपकेंद्र से जुड़े लखपेड़ाबाग के पास पेड़ गिरने से घंटों बिजली आपूर्ति बाधित रही। वहीं नागेश्वर नाथ फीडर से जुड़े क्षेत्र की बिजली आपूर्ति देर रात तक चालू नहीं हो सकी थी।
किसानों की बढ़ी मुश्किलें: विशुनपुर:तीन दिन पहले हुई बारिश से किसान उबर भी नही पाये थे कि सोमवार को फिर आंधी और बूंदा-बांदी ने उनकी दिक्कतें बढ़ा दी हैं। काफी किसानों की गेंहू की फसल खेतों में कटी पड़ी है। बीते दिनों हुई बारिश में उनकी फसलें भीग गयी थीं। किसान धूप खिलने पर उनके सूखने का इंतजार कर रहे थे कि सोमवार को हुई बूंदाबांदी से फसल फिर नम हो गयी।
सूरतगंज: पहली बारिश में ही ग्राम भैरमपुर की साफ-सफाई की पोल खुल गई।
हथौन्धा: तहसील रामसनेहीघाट के ग्राम पूरे अधूर्ज, ़गा•ाीपुर में निवासी राजीव कुमार पुत्र मनोहर लाल का घर पूरी तरह से ध्वस्त हो गया। लोग घरों को छोड़कर बीच मैदान में आकर खड़े हुए।