सफाई कर्मियों की फौज फिर भी नहीं हो सकी नालों की सफाई
बाराबंकी करीब 18 हजार की आबादी वाली नगर पंचायत सिद्धौर में 11 वार्ड आते हैं। यहां तैनात 60 सफाईकर्मी।
संवादसूत्र, सिद्धौर, बाराबंकी : बारिश की शुरुआत होने के बावजूद नगर पंचायत प्रशासन की ओर से अभी तक नगर के नाली व नालों की पूर्ण रूप से सफाई नहीं कराई जा सकी है। इससे नगर पंचायत में गंदगी व जलभराव की स्थिति से नगरवासियों को जूझना पड़ेगा । करीब 18 हजार की आबादी वाली नगर पंचायत सिद्धौर में 11 वार्ड आते हैं। छोटे बड़े मिलाकर नाला व नाली सफाई का जिम्मा नगर पंचायत में तैनात 60 सफाई कर्मियों पर है। मानसून आ गया है, पर नगर पंचायत प्रशासन ने नालों की सफाई नहीं कराई है। जोकि, जलभराव और गंदगी की वजह बनेगी। नगर पंचायत सिद्धौर के पश्चिम कटरा डोमन गड्ढा वार्ड की जल निकासी के लिए अम्बहट तक नाला बनाया गया था। इसमें काफी दिनों से खरपतवार से पटा पड़ा हुआ है। जल निकासी प्रभावित है। सफाई नहीं कराई गई।
वार्ड वासी बोले दिक्कतें बढ़ेगी: वार्ड वासी सुनील मौर्या व सतनाम यादव का कहना है कि नाला सफाई मानसून से पहले कराई जानी चाहिए। संजीव मौर्य व बृजेश रावत का कहना है के दो मुहल्ले का पानी डोमन गड्ढा नाले से अम्बहट तालाब को जाता है। जल निकासी के लिए बनाए गए नाले का निर्माण सही नहीं कराया गया और सही समय पर सफाई भी नहीं कराई जाती। इससे वार्ड में जलभराव की समस्या बनी रहती है। नगर पंचायत के पूरे मक्का वार्ड में जलभराव हमेशा बना रहता है। सभासद लल्लू रावत, श्यामलाल, सियाराम, राम किशोर यादव आदि का कहना है नाले के निर्माण के लिए कई बार नगर पंचायत प्रशासन से कहा गया लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया।
फैक्ट फाइल
आबादी करीब -18 हजार
वार्ड- 11
सफाई कर्मी-60
नाले बड़े व छोटे- 36
इनसेट: कोरोना संक्रमण से नगर पंचायत सिद्धौर को काफी दिनों से जूझना पड़ रहा है। कई सफाई कर्मचारी हॉटस्पॉट में लगे हुए हैं। फिर भी नगर पंचायत के छोटे बड़े अधिकांश नाले और नालियां 80 फीसद सफाई हो चुकी है शेष 20 फीसद बचे नाले और नालियां जून के आखिरी सप्ताह तक साफ करा दिए जाएंगे।
पंकज कुमार श्रीवास्तव, ईओ नगर पंचायत सिद्धौर।