जड़ी-बूटियों से भर रहे जीवन में उल्लास
प्रकृति का उपहार जड़ी-बूटियों से जीवन में उल्लास भरने का काम आयुर्वेद चिकित्साधिकारी डॉ. एसके पांडे कर रहे हैं। नगर के देवा रोड पर सीडीओ आवास के सामने डॉ. पांडे का नि:शुल्क चिकित्सा एवं परामर्श शिविर प्रत्येक सोमवार को लगता है। डॉ. पांडे लखनऊ के डॉ.राम मनोहर लोहिया संयुक्त चिकित्सालय में आयुर्वेद चिकित्साधिकारी के पद पर तैनात हैं।
बाराबंकी : प्रकृति का उपहार जड़ी-बूटियों से जीवन में उल्लास भरने का काम आयुर्वेद चिकित्साधिकारी डॉ. एसके पांडे कर रहे हैं। नगर के देवा रोड पर सीडीओ आवास के सामने डॉ. पांडे का निश्शुल्क चिकित्सा एवं परामर्श शिविर प्रत्येक सोमवार को लगता है। डॉ. पांडे लखनऊ के डॉ. राम मनोहर लोहिया संयुक्त चिकित्सालय में आयुर्वेद चिकित्साधिकारी के पद पर तैनात हैं। वहां के दायित्वों का बखूबी निर्वहन करने के साथ ही आयुर्वेद के जरिए लोगों को स्वास्थ्य लाभ देने की मुहिम चला रहे हैं। इनकी मुहिम धीरे-धीरे रंग ला रही है क्योंकि यह गठिया, उदर विकार व शुगर के रोगियों को अपने स्तर से तैयार की गई जड़ी-बूटियां तो देते ही हैं और आसानी से उपलब्ध होने वाली जड़ी-बूटियों की पहचान कराने के साथ ही उनके उपयोग का तरीका भी बताते हैं।
सामान्यत: देखा जाता है कि गठिया रोग हो या अन्य हड्डी के रोग की पीड़ा से राहत पाने के लिए लोग रूसा, रेंड, हर¨सगार, मदार, तेजपत्ता आदि बांधते हैं। डॉ. पांडे इन जड़ी-बूटियों की पत्तियों को गर्म कर पोटली में बांधकर गठिया रोगियों की ¨सकाई करते हैं। इसी तरह लीवर को ठीक करने वाली औषधि पुनर्नवा की जड़ व शुगर निवारक गुड़मार आदि जड़ी-बूटियों का बेहतर उपयोग कर स्वास्थ्य लाभ दिलाते हैं। किसानों से औषधीय खेती भी कराते हैं। डॉ. पांडे ने बताया कि वह प्रत्येक माह के द्वितीय शनिवार को बहराइच जिले में जाते हैं। वहां भी निश्शुल्क स्वास्थ्य शिविर होता है। लखनऊ के गोमती नगर में कठौता झील के पास अपने आवास पर भी शाम को छह बजे से रात नौ बजे तक लोगों को निश्शुल्क परामर्श देते हैं। बुजुर्गों को औषधीय पौधे गमलों में लगाने के लिए प्रेरित करते हैं। अलीगंज स्थित हनुमान मंदिर पर हर मंगलवार को विभिन्न तरह के मरीजों को औषधि निश्शुल्क बांटते हैं।