डीएम ने परिवहन निगम के एमडी को लिखा पत्र
ष्ठरू 2ह्मद्बह्लद्गह्य ह्लश्र ञ्जह्मड्डठ्ठह्यश्चश्रह्मह्ल ष्टश्रह्मश्चश्रह्मड्डह्लद्बश्रठ्ठ रूष्ठ ष्ठरू 2ह्मद्बह्लद्गह्य ह्लश्र ञ्जह्मड्डठ्ठह्यश्चश्रह्मह्ल ष्टश्रह्मश्चश्रह्मड्डह्लद्बश्रठ्ठ रूष्ठ ष्ठरू 2ह्मद्बह्लद्गह्य ह्लश्र ञ्जह्मड्डठ्ठह्यश्चश्रह्मह्ल ष्टश्रह्मश्चश्रह्मड्डह्लद्बश्रठ्ठ रूष्ठ ष्ठरू 2ह्मद्बह्लद्गह्य ह्लश्र ञ्जह्मड्डठ्ठह्यश्चश्रह्मह्ल ष्टश्रह्मश्चश्रह्मड्डह्लद्बश्रठ्ठ रूष्ठ ष्ठरू 2ह्मद्बह्लद्गह्य ह्लश्र ञ्जह्मड्डठ्ठह्यश्चश्रह्मह्ल ष्टश्रह्मश्चश्रह्मड्डह्लद्बश्रठ्ठ रूष्ठ ष्ठरू 2ह्मद्बह्लद्गह्य ह्लश्र ञ्जह्मड्डठ्ठह्यश्चश्रह्मह्ल ष्टश्रह्मश्चश्रह्मड्डह्लद्बश्रठ्ठ रूष्ठ
बाराबंकी : लॉन्ग रूट की बसों के चालक व परिचालक की मनमानी के खिलाफ चलाए जा रहे दैनिक जागरण के अभियान का संज्ञान लेते हुए परिवहन निगम के अफसरों की कार्रवाई के बाद जिला प्रशासन ने भी संज्ञान लिया है। जिलाधिकारी ने परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक को पत्र भेजकर बस उपलब्ध कराए जाने की मांग की है। जिससे यात्रियों को हो रही असुविधा को दूर किया जा सके।
नए बस अड्डे के सुचारू रूप से संचालन के लिए जिलाधिकारी उदय भानु त्रिपाठी ने 31 बसों की मांग की थी। अधूरे पड़े वर्क शॉप के कारण बाराबंकी को परिवहन निगम की बसें अभी नहीं मिल सकी हैं। ऐसे में लगातार दैनिक यात्रियों को हो रही असुविधाओं की प्रकाशित हो रही खबरों का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी ने परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक धीरज साहू को पत्र लिखा है। जिसमें रोडवेज की अनुबंधित बसों को बढ़ाने अथवा आवंटित करने की बात कही है, जिससे यात्रियों की दुश्वारियों को दूर किया जा सके। इन बसों का संचालन पुराने और नए दोनों बस अड्डे से होगा। लगातार बढ़ा ठहराव का ग्राफ : नौ अप्रैल से नए बस अड्डे की शुरुआत हुई। नौ अप्रैल को पहले दिन विभिन्न डिपो की 87 बसों का ठहराव हुआ। दूसरे दिन दस अप्रैल 110, 11 अप्रैल को 129 का ठहराव हुआ फिर 12 अप्रैल से गिरावट शुरू हुई और 93 बसें मात्र ठहरीं, 13 अप्रैल को 80, 14 व 15 अप्रैल को 64-64 बसों के ठहराव के बाद लगातार सुधार शुरू हुआ। 16 अप्रैल को 81, 17 अप्रैल को 168 और 18 अप्रैल को साढ़े तीन बजे तक 146 बसों का ठहराव हो चुका था। जिसे स्पष्ट है कि दैनिक जागरण के अभियान से लगातार संचालन में सुधार हो रहा है। वर्कशॉप बना रोड़ा : दरअसल कार्यदायी संस्था ने बस अड्डे के साथ वर्कशॉप का काम पूरा नहीं कर सकी। जिसके कारण बस अड्डे का संचालन तो शुरू हो गया, लेकिन वर्कशॉप की शुरूआत नहीं हो सकी। क्योंकि वर्कशॉप में पेट्रोल पंप, पानी की टंकी भी तैयार की जानी है। कोई काम यहां पूरा नहीं हो सका है। जिसके कारण बसों का आवंटन और संचालन नहीं हो पा रहा है। काम करा रहे मोहम्मद खालिद ने बताया कि 30 जून तक वर्कशॉप पूरी हो जाएगी। सात बसों के चालक-परिचालक पर जुर्माना : लॉन्ग रूट की बसों को बाहर से निकल जाने ओर नए बस अड्डे पर ठहराव न करने के चल रहे दैनिक जागरण अभियान से टूटी निगम के अधिकारियों की नींद के बाद कार्रवाई का सिलसिला जारी है। 16 अप्रैल को यातायात निरीक्षकों ने आधा दर्जन बसों के चालक व परिचालकों का जुर्माना काटा था। दूसरे दिन 17 अप्रैल को भी सात बसों के चालक-परिचालक का जुर्माना किया गया। इस कार्रवाई से बसों के ठहराव में लगातार सुधार हो रहा है। जारी है शॉर्टकट : लगातार कार्रवाई के साथ-साथ चालक-परिचालकों की मनमानी भी जारी है। चेकिग में लगे यातायात निरीक्षकों को चकमा देकर बसें बस अड्डे से चंद कदमों की दूरी पर स्थित एक बाइपास से निकल जाती हैं। कई ऐसे चालक भी हैं जो अंदर भेजे जाने के बाद दूसरे रास्ते से निकल जाते हैं, लेकिन बस अड्डे पर नहीं जाते हैं।